Jammu and Kashmir : उधमपुर लोकसभा सीट से डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आज़ाद पार्टी (DPAP) के उम्मीदवार, गुलाम मोहम्मद सरूरी के मैदान में आने से यहां का मुकाबला दिलचस्प हो गया है . दरअसल, जी एम सरूरी, यहां डॉ जितेंद्र सिंह और चौधरी लाल सिंह दोनों का खेल बिगाड़ सकते हैं.
गौरतलब है कि सरूरी को गुलाम नबी आज़ाद का बेहद करीब माना जाता है. दोनों का ताल्लुक चिनाब रीजन से है .यही वजह है कि इस इलाके में DPAP का मजबूत जनाधार है . साथ ही, सरूरी को बेहद मंझा हुआ सियासतदां (नेता) माना जाता है.
आपको बता दें, किश्तवाड जिले के इंदरवाल असबेंली हल्के से चार बार MLA रह चुके जी. एम.सरूरी, साल 2008 में गुलाम नबी आज़ाद के दौर ए इक्तेदार में मंत्री हुआ करते थे . इसके अलावा, वे AICC में भी बतौर उपाध्यक्ष के ओहदे पर रह चुके हैं .
ऐसे में, उधमपुर लोकसभा सीट के चुनाव का नतीजा डीपीएपी और गुलाम नबी आज़ाद दोनों का राजनीतिक भविष्य तय करेगा . दोनों की सियासी साख यहां दांव पर लगी हुई है.
वहीं, कांग्रेस का इल्जाम है कि डीपीएपी मुस्लिम वोटों का बंटवारा कर बीजेपी को फायदा पहुंचाने के लिए मैदान में आई है . साथ ही राजनीतिक विशलेषकों का कहना है कि विधानसभा चुनाव से पहले अपनी सियासी ताकत का अंदाज़ा लगाने के लिए ही DPAP ने लोकसभा चुनाव में उतरने का फैसला किया है.