कश्मीर में आतंकवाद: कश्मीर घाटी में आतंकवाद से निपटने के लिए आर्मी का ऑपरेशन ऑल आउट जारी है. रविवार को सुरक्षाबलों ने पुलवामा में एक सर्च ऑपरेशन चलाया, इस दौरान सेना ने दो आतंकियों को मार गिराया. बतया जा रहा है कि इस एनकाउंटर में मारे गए आतंकियों में से एक के लश्कर-ए-तैयबा का टॉप कमांडर है. बहराल दोनों ही आतंकियों के शव अभी तक बरामद नहीं हुए हैं.
पुलवामा जिले के लारो-परिगाम इलाके में आर्मी एक सर्च ऑपरेशन चला रही है. दरअसल, कुछ दोनों पहले इंडियन आर्मी को परिगाम गांव में आतंकवादी गतिविधियों के बारे में इनपुट मिले. इस पर कश्मीर जोन पुलिस के मुताबिक, सुरक्षाबलों को इस इलाके में आतंकियों के छिपे होने की ख़बर मिलते ही, 5 अगस्त से राष्ट्रीय राइफल्स की एक यूनिट और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने मिलकर एक ज्वॉइंट ऑपरेशन शुरू किया.
हाल ही में, 18 जुलाई को सुरक्षाबलों ने सर्च ऑपरेशन के दौरान हुए एक मुठभेड़ में 4 आतंकियों को मार गिराया था. पुंछ के सिंधरा इलाके में हुई इस मुठभेड़ में सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी मिली थी.
घाटी में मौजूद हैं 50 आतंकी
एक जानकारी के मुताबिक, मौजूदा वक्त में कश्मीर घाटी में सिर्फ 50 ही एक्टिव आतंकिवादी बचे हैं. इनके अलावा केवल 20-24 बाहरी आतंकवादी हैं. ख़ूफिया एजेंसियों मुताबिक, घाटी में मौजूद 30-35 आतंकी यहां के लोकल हैं, इनके अलावा बाकि सब विदेशी आतंकवादी हैं.
आतंकवाद के ख़ातमें पर लगभग दो महीने पहले जम्मू के डीजीपी दिलबाग सिंह ने कहा था, कि हमने आतंक के पूरे इको सिस्टम को चारों तरफ से घेर लिया है. घाटी के पत्थरबाजों पर जरूरी कार्रवाई, अलगाववाद के फाइनेंसरों, हथियारों की जब्ती, ड्रग्स की तस्करी, सीमा पार से आने वाले ड्रोन पर कार्रवाई करके लगाम कसना शुरू कर दिया है. इस बार हमने काफी हद तक आतंकवाद पर काबू पा लिया है.