Jammu And Kashmir: 15 अगस्त को पूरा भारत आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है. आजादी की 75वीं वर्षगांठ को लेकर जम्मू-कश्मीर पुलिस के महानिदेशक दिलबाग सिंह ने सुरक्षा व्यवस्था की जानकारी देते हुए कहा कि रविवार 13 अगस्त को घाटी में एक तिरंगा रैली निकाली जाएगी.
जम्मू-कश्मीर पुलिस के महानिदेशक दिलबाग सिंह ने बताया कि, 'कश्मीर घाटी में 15 अगस्त की तैयारियां जोरों पर हैं. एलजी मनोज सिन्हा ने स्वतंत्रता दिवस के जश्न को लेकर एक बैठक की. आने वाली 13 अगस्त को एक तिरंगा रैली का आयोजन किया जाएगा.' आपको बता दें कि इससे पहले डीजीपी सिंह ने कुपवाड़ा जिले का दौरा किया था. जहां उन्होंने संयुक्त सुरक्षा समीक्षा की एक बैठक की.
डीजीपी सिंह ने कहा कि कश्मीर में आतंकवाद अपनी आखिरी स्टेज में है. मौजूदा वक़्त में एक्टिव आतंकियों की तादाद का आंकड़ा अब तक का सबसे कम है. लेकिन नशीली दवाओं का खतरा सुरक्षा एजेंसियों के लिए अभी भी एक बड़ी चुनौती बना हुआ है.
अतंकवाद पर लगा दी लगाम
कश्मीर में बड़े पैमाने पर चलाए जा रहे 'मेरी माटी मेरा देश' अभियान के तहत आयोजित एक प्रेसकॉन्फ्रेंस में डीजीपी ने कहा कि, "जम्मू-कश्मीर शांति की ओर बढ़ रहा है. आतंकवाद पर लगाम लगाने के कार्य में महत्वपूर्ण प्रगति हुई है, जिससे घाटी में एक्टिव आतंकवादियों की तादाद घटकर बहुत कम रह गई है. जल्द ही इनको भी ढेर कर दिया जाएगा. हालांकि, ड्रग्स तस्करी एक चुनौती बना हुआ है. जिससे सुरक्षा एजेंसियों को निपटने होगा. उन्होंने स्थानीय लोगों के साथ मिलकर लोगों के बीच बड़े पैमाने पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने पर जोर दिया.
जवानों की याद में पाचं बिल्डिंगों का उद्घाटन
इस कार्यक्रम के दौरान डीजीपी ने कुपवाड़ा जिले में ड्यूटी के वक़्त अपनी जान गंवाने वाले सेना के जवानों की याद में समर्पित पांच इमारतों का फीता काटा. कुपवाड़ा पुलिस ने जवानों के बलिदान को श्रद्धांजलि के तौर पर इन इमारतों का निर्माण कराया है. दौरे के दौरान कश्मीर जोन के एडीजीपी विजय कुमार, एसएसपी कुपवाड़ा युगल मन्हास, डीआईजी एनकेआर विवेक गुप्ता, और एसएसपी हंदवाड़ा शीमा नबी कस्मा आदि मौजूद रहे. डीजीपी ने क्रालपोरा, कंडी और ड्रगमुला में नई पुलिस चौकियों का भी उद्घाटन किया.
अब पाकिस्तान ने बदली युद्ध की रणनीति
दिलबाग सिंह ने ड्रग्स की स्पलाई और व्यापार की चुनौती पर चिंता व्यक्त करते बताया कि, दशकों तक आतंकवाद का सहारा लेने वाले पाकिस्तान ने अब अपनी रणनीति को बदलकर नशे के जरिए युद्ध करने की ठानी है. जिसके खिलाफ हमें जुझारू कदम उठाने होंगे. जैसे हमने आतंकवाद से लड़कर इसे काबू में किया है वैसे ही हमें उम्मीद है कि हम कश्मीर घाटी से ड्रग का भी जल्दी ही सफाया कर देंगे. लेकिन इसके लिए हमें बड़े पैमाने पर नौजवानों, स्टूडेंट्स, आम जनता और परिवरों के समर्थन की जरूरत है.