Jammu and Kashmir : जम्मू कश्मीर के असेंबली इलेक्शन में पहली बार पश्चिमी पाकिस्तान से आए रेफ्यूजी भी चुनाव प्रक्रिया में हिस्सा लेंगे. बीते दिनों भारत सरकार ने पाक रिफ्यूजियों और आज़ादी के बाद दूसरे राज्यों से आए वाल्मीकि समाज के लोगों को वोटिंग राइट्स देने का एलान किया था.
बता दें कि पहली बार अपने वोटिंग राइट्स के इस्तेमाल को लेकर साल 1947 में जम्मू कश्मीर आए लोगों ने आवाज उठाना शुरू किया. उन्हें इस बात की खुशी है कि सरकार ने उन्हें वो मौका दिया जाए जो उनके बुजुर्गों को नहीं मिल सका. इनका कहना है, वे ऐसा नुमाइंदा चुनना चाहेंगे जो उनकी उनके भले और विकास के साथ साथ उनके हकों की हिफाजत करे.
गौरतलब है कि सांबा के तीन असेंबली हल्को में इनकी अच्छी खासी तादाद है. जहां तीसरे और आखिरी चरण में वोटिंग होनी है. वहीं, जिला इलेक्शन ऑफिस की ओर से भी इस बात को यकीनी बनाया जा रहा है कि पाक रिफ्यूजी भरपूर तरीके से अपने वोटिंग राइट्स का इस्तेमाल कर सकें.