Jammu and Kashmir : जम्मू कश्मीर के रियासी में बस पर हुए आतंकी हमले में श्रद्धालुओं की मौत से देश, ग़म और ग़ुस्से में है. हमले के तार पाकिस्तान में पनाह ले रहे आतंकियों से जुड़ने के बाद, आतंक के आका यानी पाकिस्तान को सबक सिखाने की मांग उठ रही है. लोगों में बदला लेने की मांग जोर पकड़ रही है...
इस बीच रियासी हमले में सिक्योरिटी एजेंसियों एक्शन में हैं. सेना की ओर से दहशतगर्द का एक स्केच भी जारी किया गया है. और दहशतगर्दों के बारे में जानकारी देने वालों के लिए 20 लाख के इनाम का ऐलान भी किया गया है.
बता दें कि शुरुआती जांच के आधार पर, अब तक 5 संदिग्ध लोगों की पहचान कर उन्हें हिरासत में लिया गया है. जिनसे सेना, पुलिस और ख़ुफ़िया एजेंसी के अफ़सरान पूछताछ कर रहे हैं. वहीं, सेना, पुलिस और CRPF का ऑपरेशन भी नॉनस्टॉप जारी है. सर्च ऑपरेशन में पुलिस की 11 टीमें जुटी हुई हैं. ड्रोन की मदद से आतंकियों की तलाश की जा रही है. साथ ही, मामले की जांच कर रही NIA की टीम सबूतों की कड़ियों को जोड़ने में पसीना बहा रही है.
गौरतलब है कि इस बात के पुख्ता सुराग मिल चुके हैं कि इस आतंकी हमले को 4 आतंकियों ने अंजाम दिया. सूत्रों का दावा है कि इन दहशतगर्दों में लश्कर का टॉप आतंकी अबू हमजा भी शामिल है. जो पाकिस्तान के पंजाब इलाके का रहने वाला है. साथ ही पाकिस्तानी सेना का एक पूर्व जवान (Ex-Soldier), इलियास उर्फ फौजी भी इस हमले में शामिल था. इसके आलावा, उनके साथ पाकिस्तान के एक औऱ आतंकी, आदुन की बात भी कही जा रही है. बताया जा रहा है कि आतंकी आदुन इससे पहले, पुंछ हमले में भी शामिल था...
लिहाज़ा सिक्योरिटी फोर्सेज़ के सामने इन दहशतगर्दों को दबोचने और उनकी मदद करने वाले की पहचान की दोहरी चुनौती है. हमले के बाद से ही, सुरक्षाबलों ने रियासी में सर्च ऑपरेशन तेज़ कर दिया था. हमले वाले स्थान से सटे घने जंगलों में लगातार तलाशी अभियान चलाया जा रहा है. ज़मीन, जंगल और पहाड़ से लेकर आसमान तक सर्च ऑपरेशन चल रहा है.
आपको बता दें कि जंगली इलाकों तक पहुंचने और गुफाओं में छुपे दहशतगर्दों के पता लगाने के लिए सिक्योरिटी फोर्सेज़ ड्रोन का इस्तेमाल कर रहे हैं. इसके साथ ही, सर्च ऑपरेशन में हेक्साकॉप्टर की भी मदद ली जा रही है. वहीं, हेलिकॉप्टर से पाकिस्तान परस्त दहशतगर्दों को ढेर करने की तैयारी है. इसके अलावा जंगलों में छुपे दहशतगर्दों को ढूंढ निकालने के लिए, सेना के बेड़े में हाल ही में शामिल बुलेट प्रूफ आर्म्ड व्हीकल्स का भी इस्तेमाल किया जा रहा है.
वहीं, इलाके से गुजरने वाले सभी गाड़ियों की तलाशी ली जा रही है. लोगों के पहचान पत्र चेक किए जा रहे हैं. साथ ही लोगों से पूछताछ भी की जा रही है. हमले की जांच में NIA की मदद के लिए FSL टीम को लगाया गया है. रियासी के शिव खोड़ी-राजौरी मार्ग को छावनी में बदल दिया गया है.