Jammu and Kashmir : राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने जम्मू-कश्मीर में रियासी आतंकी हमले का मामल अपने हाथ में ले लिया है. इसके साथ ही, एजेंसी ने हमले के पीछे की साजिश का पता लगाने के लिए जांच शुरू कर दी है.
बता दें कि आतंक निरोधी एजेंसी ने बीती 15 जून को जम्मू-कश्मीर पुलिस से यह मामले को अपने हाथ में लिया. बीते दिनों, घटना की गंभीरता को देखते हुए गृह मंत्रालय द्वारा जारी किए गए आदेशों के मुताबिक NIA ने एक नई FIR दर्ज की है.
गौरतलब है कि आतंकियों ने 9 जून को तीर्थयात्रियों से भरी एक बस को निशाना बनाया था. हमले वाली शाम यानि 9 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित पूरा केंद्रीय मंत्रिमंडल नई दिल्ली स्थित राष्ट्रपति भवन में शपथ ले रहा था.
जम्मू-कश्मीर के रियासी में हुए इस आतंकवादी हमले के कारण, तीर्थयात्रियों से भरी बस खाई में जा गिरी. हादसे में तकरीबन 9 लोगों की जान गई और 33 घायल हुए. हमले के एक दिन बाद, NIA की एक टीम ने स्थानीय पुलिस की मदद करने और जमीनी हालात का जाएजा लेने के लिए घटनास्थल का दौरा किया. इसके अलावा, NIA की फोरेंसिक टीम ने भी घटनास्थल का दौरा कर मामले से जुड़े सुबूत इकट्टे किए.
आपको बता दें कि NIA, भारत की मुख्य आतंकवाद निरोधक एजेंसियों में से एक है. जोकि आतंकी हमलों और आतंकी गतिविधियों जैसे हाई-प्रोफाईल मामलों में राज्य पुलिस का सहयोग करती है.
सूत्रों के मुताबिक, शनिवार शाम रियासी जिले के रनसू इलाके से आ रही बस पर तकरीबन चार आतंकियों ने हमला किया था. जिसकी सूचना मिलते ही, स्थानीय पुलिस और सुरक्षाबलोंने बचाव अभियान शुरू किया. घायलों को इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल पुहंचाया गया.
वहीं, पुलिस ने इस मामले में कहा था कि यात्रियों से भरी यह बस, शिव खोरी गुफा मंदिर से कटरा जा रही थी. लेकिन राजौरी बॉर्डर से सटे पौनी इलाके के तेरयाथ गांव में 9 जून की शाम तकरीबन 6.10 बजे आतंकियों ने बस पर हमला बोल दिया...