Jammu and Kashmir : जम्मू कश्मीर में पारंपरिक खेती के साथ-साथ एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट ऑर्गेनिक खेती को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न प्रोग्राम चला रहा है. इसी को लेकर से एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट के एक्सपर्ट्स की एक टीम ने गुरूवार को रामबन के तातारसु गांव का दौरा किया. साथ ही इलाके के किसानों को ऑर्गेनिक फॉर्मिंग (Organic Farming) के बारे में जानकारी दी.
एक्सपर्ट्स की इस टीम का नेतृत्व एग्रीकल्चर एक्सटेंशन ऑफिसर जगदीश बाली ने की. इस मौके पर डिस्ट्रिक्ट एग्रीकल्चर ऑफिसर, जूनियर एग्रीकल्चर एक्सटेंशन ऑफिसर भी उनके साथ मौजद रहे.
वहीं, एक दिवसीय ट्रेनिंग कैम्प के दौरान, किसानों को खाद और कीड़े मारने वाली दवा बनाने और सफेद मक्खियों से छुटकारा पाने के लिए फरोमोन नेट के इस्तेमाल का तरीका बताया गया. इस मौके पर गोल्डन ऑर्गेनिक फार्म कलस्टर में 50 किसानों का रजिस्ट्रेशन किया गया और उन्हे मुफ्त ऑर्गेनिक खाद, राजमा के बीज , फेरोमोन कीट नेट और प्लास्टिक ड्रम दिए गए.
इस मौके पर जगदीश बाली ने कहा कि अगले 3 साल के अंदर तातारसु गांव को पूरी तरह से ऑर्गेनिक फार्मिंग विलेज के रूप में तब्दील करने का लक्ष्य रखा गया है. किसानों ने एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट की पहल का स्वागत करते हुए कहा कि इस हदफ को हासिल करने में वो मोहकमे का हर तरह से साथ देने के लिए तैयार हैं.