Rajouri Encounter: कैप्टन शुभम की होने वाली थी शादी, घर पर चल रहीं थी शादी की तैयारी, राजौरी एनकाउंटर में हुए शहीद...

Written By Vipul Pal Last Updated: Nov 23, 2023, 02:34 PM IST

Officer Killed in Rajouri Encounter: जम्मू कश्मीर के राजौरी में बीते 27 घंटों से एनकाउंटर जारी है. बीते बुधवार को इस एनकाउंटर में यूपी के आगरा से ताल्लुक रखने वाले कैप्टन शुभम गुप्ता शहीद हो गए हैं. आतंकियों के साथ मुठभेंड़ में जान गवाने वाले कैप्टन शुभम की शहादत की ख़बर ने पूरे परिवार को झकझोर दिया है. कैप्टन के परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है. 

वहीं, इस कोहराम के बीच कैप्टन शुभम के पिता और उनका परिवार उनके पार्थिव शरीर के आगरा पहुंचने का इंतेजार कर रहा है. शुभम के परिवार के अलावा उनके आस-पड़ोस में मायूशी साफ देखी जा सकती है. 

पिता को बेटे का इंतेजार

जम्मू कश्मीर के राजौरी में बाजीमाल इलाके में आतंकियों के साथ लोहा लेते शहीद हो गया आगरा का लाल कैप्टन शुभम गुप्ता. आगरा में शुभम के परिजनों का कहना है कि बेटे को फौजी वर्दी देखकर कैप्टन के पिता बसंत गुप्ता खुशी से फूले नहीं समाते थे. इसके अलावा शुभम के घर पर उनकी शादी की तैयारी की जा रही थी. अफसोस इससे पहले शुभम की शहादत की खबर ने दस्तक दी और परिवार में मच गया कोहराम.

गौरतलब है कि शुभम की मौत की खबर से पूरा परिवार सदमें में है. रो रोकर मां बार बार बेसुध हो जाती हैं. 

परिवार से मिले एसपी सिंह बघेल

वहीं, केंद्रीय मंत्री और आगरा से भाजपा सांसद, एसपी सिंह बघेल और राजकुमार चहार गुरूवार को शहीद कैप्टन शुभम गुप्ता के परिवार से मिलने पहुंचे. 

देश सेवा का था जुनून

कैप्टन शुभम गुप्ता के भाई ऋषभ ने बताया कि शुभम भैया देश सेवा और भारतीय सेना के लेकर काफी जुनूनी थे. ऋषभ ने कहा कि भाई को सबसे पहले सेना की सिग्नल कोर में कमीशन मिला था. लेकिन भैया ने सिग्नल कोर छोड़ पैरा को ज्वॉइन किया था. उन्होंने बताया कि कैप्टन शुभम को भारतीय सेना की वर्दी से बड़ा प्रेम था. 
 
आतंकियों ने की थी गोलीबारी

आपको बता दें, बीते बुधवार को भारतीय सेना ने एक स्पेशन इनपुट के बाद राजौरी में सर्च ऑपरेशन शुरू किया इस ऑपरेशन भारतीय सेना की राष्ट्रीय राइफल्स के अलावा पैराट्रूपर्स भी शामिल थे. सेना के इस सर्च ऑपरेशन में आतंकियों और सुरक्षाबलों की ओर से गोलीबारी की जा रही है. इस मुठभेड़ में सेना के दो अधिकारियों की जान चली गई. जिसमें कैप्टन शुभम गुप्ता भी शामिल हैं. इस ऑपरेशन में सेना के कुल चार जवान शहीद हो चुके हैं.