लेह: कांग्रेसी नेता राहुल गांधी मौजूदा वक्त में दो दिनों के लिए लेह-लद्दाख के दौरे पर हैं. इस दौरान एक कार्यक्रम में लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आज देश के हर एक संस्थान में आरएसएस ने अपने लोगों को रख रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, राहुल आज लद्दाख कांग्रेस पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगे. इसके साथ वे लद्दाख की अलग-अलग जगहों पर पहुंचकर लद्दाख के नौजवानों से बातचीत कर प्रदेश के मौजूदा हालात को जानेंगे.
RSS पर बड़ा हमला
राहुल ने आरएसएस पर हमला करते हुए कहा कि, "मौजूदा वक्त में RSS के लोग ही सब कुछ चला रहे हैं. राहुल बोले कि अगर आप केंद्र में बैठे किसी मंत्री से पूछेंगे तो वे आपको सारी स्थिती बताएंगे कि असल में वे अपना मंत्रालय नहीं चला रहे हैं, बल्कि आरएसएस RSS के जरिए नियुक्त उनके ओएसडी मंत्रालय चला रहे हैं. वही सब कर रहे हैं."
मीडिया रिपोर्ट्स से मिली जानकारी के मुताबिक, राहुल गांधी 20 अगस्त को लेह पहुंचकर अपने पिता और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की जयंती के मौके पर पैंगोंग लेक पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे. आपको बता दें कि कांग्रेस पार्टी 20 अगस्त को सद्भावना दिवस के तौर पर मनाती है.
फुटबॉल मैच में शामिल हुए राहुल
राहुल गांधी ने शुक्रवार को लद्दाख में चल रहे एक फुटबॉल टूर्नामेंट में भी शिरकत की. यहां उन्होंने Spituk team और Spituk 11 के बीच हुए फुटबॉल मैच में जीत दर्ज करने वाले खिलाड़ियों को पुरस्कार भी दिए.
लद्दाख के हालात का लिया जायजा
राहुल गांधी ने लद्दाख दौरे पर यहां के हालात का जायजा लेने के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं और नौजवानों से अलगाववाद के मुद्दे पर बातचीत की. उन्होंने कहा कि, कुछ राजनीतिक लोग देश में नफरत का माहौल बनाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं. वे बोले कि, अगर आप भारत में अलग-अलग जगहों पर जाएं और आम लोगों से मिलें, तो अपको पता चलेगा कि लोगों में एक-दूसरे के लिए प्यार और सम्मान है.
इसके अलावा राहुल गांधी ने कहा कि हिंदुस्तान की डायवर्सिटी ही हमारे देश की ताकत है और आम लोग इस चीज़ को बहुत गहराई से समझते हैं. उन्होंने कहा कि मुझे जनता के बीच जाकर बहुत कुछ सीखने और जानने को मिला. हमने अलग-अलग राज्यों का दौरा किया और वहां के हजारों लोगों से बात-चीत की. देश में आज महंगाई, बेरोजगारी और शिक्षा जैसे जरूरी मुद्दो पर ज्यादा बात नहीं होती. देश के जो जरूरी और बड़े मुद्दे हैं उनपर बात ही नहीं होती, अगर बात किसी मुद्दे पर बात होती है तो वो है नफरत की बात.