Jammu and Kashmir : जम्मू के कटड़ा में रोपवे प्रोजेक्ट के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों पर पुलिस ने लाठी चार्ज किया है. वैष्णो देवी के बेस कैंप में रोपवे के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है.
दरअसल, बुधवार को कटड़ा में श्री माता वैष्णो देवी संघर्ष समिति की ओर से 72 घंटों के लिए बंद की अपील की गई थी. जिसमें, कटड़ों में हर तरही की एक्टिविटी के बंद रहने की अपील की गई. बंद में, कटड़ा और यात्रा मार्ग के दुकानदारों, व्यापारियों, पिट्ठू, पालकी, घोड़ा वालों के साथ सभी ऑटो चालक भी इस स्ट्राइक में शामिल हुए.
बधुवार को श्री माता वैष्णो देवी संघर्ष समिति के नेता भूपिंदर सिंह और सोहन चंद के नेतृत्व में सैकड़ों लोग सड़क पर उतरे. स्थानीय पुलिस ने जब प्रदर्शनकारियों को आगे बढ़ने से रोका तो पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हो गई. जिसके बाद, पुलिस ने हालात को कंट्रोल करने के लिए लाठी चार्ज किया.
सूत्रों के मुताबिक, पुलिस ने भूपिंदर सिंह और सोहन चंद समेत कई प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया है.
भूपिंदर का आरोप है कि सरकार लोगों के मुद्दे को भटका रही है. साथ ही, कटड़ा के नौजवानों को सड़क पर आने के लिए मजबूर कर रही है. उन्होंने कहा, "हजारों लोगों की नौकरियां बचाने के लिए हम इस परियोजना को बंद करने की मांग कर रहे हैं. प्रशासन के वादे के मुताबिक हमसे बातचीत करने के बजाय, वे हमें हिरासत में लेने के लिए पुलिस का इस्तेमाल कर रहे हैं. यह दुर्भाग्यपूर्ण है."
आपको बता दें कि माता वैष्णों देवी में यात्रियों को सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए सरकार ने 12 किलोमीटर लंबे रास्ते पर रोपवे प्रोजेक्ट बनाने का फैसला लिया है. तकरीबन 250 करोड़ रुपये की अनमानित लागत वाले इस प्रोजेक्ट से, कटरा के ताराकोट से सांझीछत के बीच लोकल दुकानदार, पिट्ठू और घोड़े वाले नाराज हैं. ऐसे में, यह हड़ताल श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड द्वारा कटरा (ताराकोट) मार्ग से भवन तक लगाए जा रहे गांडोला प्रोजेक्ट के खिलाफ है.
बता दें कि इससे पहले भी श्री माता वैष्णो देवी संघर्ष समिति ने कटड़ा रोपवे प्रोजोक्ट का विरोध किया था. जिसके बाद, जिला प्रशासन द्वारा गंडोला का काम रोक दिया गया था, लेकिन उसके बावजूद अभी तक कोई रास्ता नहीं निकला. जिससे नाराज, समिति के सदस्यों ने 25 दिसंबर को कटड़ा में बंद का ऐलान किया...
श्रीन बोर्ड का दावा
श्राइन बोर्ड का कहना है इस परियोजना का फायदा वो लोग ले पाएंगे जो माता के दर्शन करना तो चाहते हैं, लेकिन हेल्थ प्रॉब्लम्स के कारण चल नहीं सकते. इसका ज्यादा फायदा बुजुर्ग, विकलांग, बच्चों को होगा. इस रोपवे प्रोजेक्ट के लगते ही श्रद्धालु, कटरा से माता के भवन तक का रास्ता महज 6 मिनिट में तय कर लेंगे. जिसमें, पैदल सफर करने में 6 से 7 घंटे का समय लगता है.
श्री माता वैष्णो देवी संघर्ष समिति का डर
श्री माता वैष्णो देवी संघर्ष समिति (जिसमें स्थानीय दुकानदार, व्यापारी, दुकानदारों, पिट्ठू, पालकी, घोड़ा वाले आदि शामिल है) का कहना है कि इससे उनके कारोबार और रोजगार पर असर पड़ेगा. साथ ही, उनका तर्क है कि कटड़ा से लेकर भवन तक कईं पड़ाव हैं. जहां माथा टेकते हुए श्रद्धालु भवन तक पहुंचते हैं. अगर गंडोला लग जाता है तो श्रद्धालु इन सब के दर्शन नहीं कर पाएंगे, जिससे उनकी यात्रा पूर्ण नहीं होगी. इन पड़ावों में बाण गंगा, चरण पादुका, आधीकुवारी, सांझीछत, हाथीमथा आदि शामिल हैं...