PM Modi: मोदी ने कहा, इस साल का हज मुस्लिम महिलाओं के लिए रही खास

Written By Last Updated: Jul 31, 2023, 01:21 PM IST

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने मन की बात प्रोग्राम में हज यात्रा को लेकर मुस्लिम महिलाओं के लिए एक बड़ी बात कही. उन्होंने कहा कि इस साल हज यात्रा भारत की मुस्लिम महिलाओं के लिए  बेहद ख़ास रही, क्योंकि इस साल भारत से 4000 से ज्यादा ऐसी महिलाओं ने बगैर मेहरम के ही हज यात्रा की।

उन्होंने मन की बात प्रोग्राम के 103वें एपिसोड के दौरान राष्ट्र को संबोधित किया। 'मन की बात' प्रोग्राम में पीएम मोदी ने भारत की मुस्लिम महिलाओं द्वारा बिना किसी पुरुष या संरक्षक के की गई हज यात्रा को 'बहुत बड़ा बदलाव' बताया। उन्होंने कहा कि उन्हें भारत की बहुत सी मुस्लिम महिलाओं के कई लेटर मिले हैं, जिसमें उन्होंने अपनी हज यात्रा के अनुभव साझा किए हैं।

पीएम मोदी ने कहा, कि “मुझे बहुत सारे पत्र मिले, जिससे मुझे बहुत खुशी हुई। ये सभी खत हाल ही में हज यात्रा से लौटकर आईं मुस्लिम महिलाओं ने लिखे हैं. इस साल उनकी यात्रा कई मायनों में बहुत खास थी. ”

उन्होंने कहा कि, “ये वे महिलाएं हैं, जिन्होंने बिना किसी पुरुष साथी या मेहरम के साथ हज की सारी रस्में पूरी की. और ऐसी महीलाओं की संख्या 50 या 100 नहीं, बल्कि 4,000 से भी ज़्यादा थी। यह एक बड़े बदलाव का प्रतीक है. ”

पीएम मोदी ने इस साल हज पर गईं मुस्लिम महिलाओं के अनोखे तजुर्बे के लिए सऊदी अरब की सरकार को भी धन्यवाद दिया.

पीएम मोदी ने कहा कि, “पहले, मुस्लिम महिलाओं को बगैर मेहरम के हज के रिचुअल्स करने की इजाज़त नहीं थी। मैं 'मन की बात' के जरिए, इस सबको यकीनी बनाने के लिए सऊदी अरब सरकार का दिल से धन्यावाद करना चाहता हूं। जो महिला तीर्थयात्री बिना किसी पुरुष साथियों हज पर गईं थी उनके लिए ख़ास तौर पर महिला कॉर्डिनेटर्स की नियुक्ति की गई थी.”

एक आधिकारिक बयान के मुताबिक, इस साल भारत की 4314 मुस्लिम महिलाओं ने सऊदी अरब के मक्का में हज की रस्म अदा कीं।

इस साल की हज यात्रा 26 जून से 1 जुलाई के बीच आयोजित की गई थी.

साल 2022 के अक्टूबर में, सऊदी अरब सरकार ने घोषणा की कि मेहरम, अब दुनिया के किसी भी हिस्से से महिला तीर्थयात्री को किसी भी पुरूष रिश्तेदार के साथ जाने की आवश्यकता नहीं होगी। 

हर साल, दुनिया भर के लाखों मुसलमान मक्का की पवित्र तीर्थयात्रा पर जाते हैं। यह आध्यात्मिक यात्रा अल्लाह के बंदो के जीवन में बहुत अहमियत रखती है, जो अल्लाह से जुड़ने, माफी मांगने और उनके विश्वास को मजबूत करती है। यह मदीना जाने वाले अनगिनत मुसलमानों के लिए एक ख़ास अहमियत रखता है।

हज यात्रा एकता का एक अनूठा कार्यक्रम है, जिसमें अलग-अलग जगहों, बैकग्राउंड, कल्चर और राष्ट्रों के मुसलमान अपने अनुष्ठान करने के लिए मक्का की पाक ज़मीन पर एक साथ इकट्ठा होते हैं। यह अलग-अलग लोगों को सारे मतभेदों को दूर कर और अल्लाह के सामने एक दूसरे को गले लगाती है।