जम्मू और कश्मीर में ट्रैकिंग एक एसा अलग अनुभव है जो अद्वेंच्रस लोगों को भारत के इस सबसे उत्तरी क्षेत्र के मंत्रमुग्ध कर देने वाले परिदृश्यों का पता लगाने के लिए प्रेरित करता है. अपनी अद्भुत प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाने वाले कश्मीर में अनगिनत ट्रैकिंग ट्रेल्स हैं जो हरे-भरे घास के मैदानों, घने जंगलों और प्राचीन अल्पाइन झीलों से होकर गुजरते हैं. हिमालय की ऊंची चोटियों के बीच स्थित विशनसर झील के प्रतिष्ठित ट्रेक से लेकर, नारंग महलिश ट्रेक के अनोखे रोमांच तक, यह क्षेत्र बिलकुल अलग तरह का ट्रेकिंग एक्सपेरिएंस प्रदान करता है.

Written By Shivani Thakur Last Updated: Feb 07, 2024, 09:08 PM IST
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सोनमर्ग से थोड़ा दूर, विशनसर झील एक अल्पाइन उच्च ऊंचाई वाली ऑलिगोट्रॉफ़िक झील है.  विष्णु झील के रूप में लोकप्रिय, विशनसर झील मछलियों की कई प्रजातियों के लिए जानी जाती है, विशेष रूप से भूरे रंग की मछली के लिए. यह सुंदर झील कश्मीर घाटी में ट्रेकर्स के बीच एक प्रमुख आकर्षण है.
 

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ये ग्लेशियर 3000 मीटर की ऊंचाई पर बसा एक अद्भूत सौंदर्य है. जो पूरे साल बर्फ से ढ़की रहती है. ट्रैकिंग और कैम्पिंग के लिए ये एक खास जगह है. थाजिवास ग्लेशियर, सोनमर्ग के सबसे फेमस और सबसे अधिक देखे जाने वाले पर्यटक आकर्षणों में से एक है.  गर्मियों के मौसम में भी पर्यटकों को स्लेज की सवारी करने का मौका मिलता है.
 

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अरु वैली की गोद में बसी, ये यात्रा ना सिर्फ एडवेंचर का अनुभव देगी बल्कि बूस्टर डोज के तौर पर आपको प्रकृति की अनोखी सुंदरता की भी एक झलक देगी. फूलों की रंग बिरंगी खूबसूरती और  तेज धाराओं के बीच ये ट्रैक एकदम मस्त विजुअल ट्रीट है

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लिद्दर नदी पर बसा, कोलाहोई ग्लेशियर एक लटकता हुआ ग्लेशियर है जिसे लोकल लोग "प्रकाश की देवी" कहते हैं.  इस ग्लेशियर तक पहुँचने का एकमात्र रास्ता ट्रैकिंग है,  ग्लेशियर तक पहुंचने के लिए इलाके बेहद चुनौतीपूर्ण हैं और अनुभवहीन ट्रेकर्स को वहां जाने की सलाह नहीं दी जाती है.

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गुलमर्ग से 6 किलोमीटर की पैदल यात्रा पर 2000 फीट की उंचाई पर बसा खिलनमार्ग, एक लघु घाटी है.ऑफबीट यात्रा के शौकीनों के लिए खिलनमार्ग एक बेहतरीन जगह है क्योंकि इस जगह तक वाहनों द्वारा सीधे पहुंचा नहीं जा सकता है.  इस स्थान तक पहुंचने के लिए या तो गुलमर्ग से पैदल चलना पड़ता है या टट्टू का सहारा लेना पड़ता है. सर्दियों में स्कीइंग के शौकीनों के लिए एक हॉट शॉट डेस्टिनेशन है

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सोनमर्ग से शुरु होने वाला ये ट्रैक हर कदम पर प्रकृति की बेमिसाल खूबसूरती की मिसाल देता है. बड़े घने जंगल, छोटे घास-फूस, सफेद  बर्फ की चादर ओढ़े जमीन और जगह जगह अपने नीले रंग में समायी झीलें. ये देख के कोई क्यों ना कहे कश्मीर जन्नत है.

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कश्मीर की छुपी हुई एक खोज, ये ट्रैक है अन्जानी राहों का सफर. दूधपतरी से शुरु होकर ये 13,100 फीट की ऊंचाई और 50 किलोमीटर का सफर है. जहां आपको मिलेगा प्रकृति का अनंत सौन्दर्य और शांत दृश्य. इसके अलावा अगर लक ने साथ दिया तो आपको गोल्डन ओरिओल पक्षियों को देखने का मौका भी यहां मिलेगा.

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ये ट्रैक भी सोनमर्ग से शुरु होता है, ये लगभग 20 किलोमीटर को सफर है. इसमें मिलेंगे आपको कठिनाइयों से भरे नज़ारे और गंगाबल लेक के प्राकृतिक सौन्दर्य का आनंद. गंगाबल झील पर आपको तारों से भरी रात में, आसमान के नीचे, टेंट लगीने का मौका नहीं चूकना चाहिए.

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 इस जादुई ट्रैक में सदियों का सौंदर्य और हिमालय के शिखर निखर कर आते हैं.  ये ट्रैक गहरे देवदार के जंगलों से गुजरता है. सर्दी में, ये ट्रैक कश्मीर के बर्फ से ढ़के मनोहर दृश्यों का अनुभव करने के लिए हिम्मतवालों को बुलाता है.