जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही हैं. पहले वरिष्ठ कांग्रेसी नेता गुलाम नबी आजाद ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया उसके बाद कांग्रेस के कई नेताओं ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है.
NSUI Leader Resignation: कांग्रेस के सीनियर नेता गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) के इस्तीफे के बाद कांग्रेस पार्टी में हलचल जारी है. बीते कल जम्मू कश्मीर के 64 कांग्रेसी नेताओं ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया. इसके बाद आज कांग्रेस की जम्मू कश्मीर की स्टूडेंट विंग NSUI के तकरीबन 36 नेताओं ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है. इस वाकिये के बाद कांग्रेस सकते में आ गई है.
इससे पहले गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) ने कांग्रेस पार्टी की अध्यक्ष सोनिया गांधी को 5 पेजों का इस्तीफा सौंपा था. इसमें उन्होंने कांग्रेस पर्टी में कमियों और कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के बारे में कई बातें लिखी थीं. आजाद ने अपने इस्तीफे में कई सवाल उठाए थे. उन्होंने अपने इस्तीफे में वरिष्ठ नेताओं की अनदेखी करने का आरोप लगाया था और कहा था कि कांग्रेस पार्टी कठपुतली मॉडल पर काम कर रही है. गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) के इस्तीफे के बाद कयास लगाए जा रहे थे कि कई और नेता भी अपने पद से इस्तीफा देंगे. और हुआ भी वैसा है.
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को दिए अपने इस्तीफे में गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) ने कहा था कि "राहुल गांधी ही पार्टी में सभी फैसले ले रहे हैं. वह पार्टी में मौजूद वरिष्ठ नेताओं से सलाह भी नहीं लेते हैं." उन्होंने कहा था कि "पार्टी उनके नेतृत्व में कई चुनाव हार चुकी है आगे भी हारेगी." हालांकि इन आरोपों को कांग्रेस पार्टी की तरफ से जारी एक स्टेटमेंट में सिरे से खारिज किया था.
इस्तीफा देने के बाद गुलाम नबी आजाद ने इंटरव्यू में कहा था कि वह नई पार्टी बनाएंगे. गुलाम नबी आजाद के मुताबिक राज्य में जल्द ही होने वाले चुनावों को देखते हुए यह फैसला लिया गया है. गुलाम नबी आजाद को कई दूसरे कांग्रेस के नेताओं ने सपोर्ट करने की बात कही है.