जम्मू Amit Shah : भारतीय सीमा सुरक्षा को लेकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है भारत की सीमा और अपने लोगों की सुरक्षा को लेकर सरकार कोई भी समझौता नही करेगी. ये बात उन्होंने सोमवार को 'सिक्योरिटी बियॉन्ड टुमॉरो: फोर्जिंग इंडियाज रेजिलिएंट फ्यूचर' विषय पर अपने संबोधन के दौरान कही.
गृहमंत्री ने कहा कि, सरकार सभी देशों के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध चाहती है, लेकिन वो भारत की सीमा और अपने लोगों की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं करेगी. शाह ने आगे ये भी कहा कि, मोदी सरकार ने अपने 10 साल के कार्यकाल में आंतरिक सुरक्षा के लिहाज से 3 महत्वपूर्ण क्षेत्रों जम्मू-कश्मीर, पूर्वोत्तर और वामपंथी उग्रवाद प्रभावित इलाकों पर सफलतापूर्वक काबू पा लिया है.
अपने संबोधन में उन्होंने कहा है कि, 'हमारी बाह्य और आंतरिक नीति स्पष्ट है. हम अन्य देशों के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध चाहते हैं. लेकिन देश की सीमा और लोगों की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जाएगा.' शाह ने कहा कि, अन्य देशों ने सरकार की इस नीति का सम्मान किया है. उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों ने तुष्टिकरण की नीति के कारण आंतरिक सुरक्षा संबंधी कई समस्याएं पैदा की.'
शाह ने कहा कि, आतंकवाद और उग्रवाद के चलते कई लोग मारे गए और घायल हुए हैं.सरकार ने न सिर्फ आतंकवाद बल्कि इसके इकोसिस्टम पर भी कार्रवाई की. उन्होंने कहा, 'मोदी सरकार के सत्ता में आने से पहले जम्मू-कश्मीर में संगठित पथराव की 2,600 से ज्यादा घटनाएं हुईं. इन घटनाओं की वजह से 110 से ज्यादा लोगों की जान चली गई और 6 हज़ार से ज्यादा लोग घायल हो गए. लेकिन अब जम्मू-कश्मीर में पथराव की एक भी घटना नहीं होती है.'
उन्होंने आगे कहा कि, 'मोदी सरकार में कश्मीरी युवाओं के हाथ में पत्थर की जगह टैबलेट और लैपटॉप है. 3 नए आपराधिक न्याय कानूनों के लागू होने के बाद ये सबसे आधुनिक कानून होंगे. नए कानूनों के बाद कोई भी केस 3 साल से अधिक लंबा नहीं चलेगा.'