Maldives Controversy: मालदीव विवाद पर फारूक अब्दुल्ला का बड़ा बयान, कहा ' भारत में हिंदू-मुसलमान...' !

Written By Shivani Saxena Last Updated: Jan 10, 2024, 04:30 PM IST

मालदीप विवाद Farooq Abdullah : भारत और मालदीप के विवाद के बीच जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने ऐसी बात कह डाली है जिसकी चर्चा हर तरफ होने लगी है.  फारूक अब्दुल्ला ने कहा है कि इस विवाद का असली कारण भारत में हिंदू-मुसलमानों के बीच बढ़ रही नफरत है. 

मंगलवार को न्यूज एजेंसी से बात करते हुए फारूक अब्दुल्ला ने कहा, कि उन्हें नहीं पता कि मालदीव और हिंदुस्तान में ये विवाद क्यों हो रहा है लेकिन भारत में हिंदू और मुसलमान में नफरत भी इसकी वजह हो सकती है. हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि वो कभी मालदीव नहीं गए हैं इसलिए इस पर वो कोई भी टिप्पणी नहीं करना चाहेंगे. 

फारूक अब्दुल्ला ने आगे कहा, कि भारत ने हमेशा मालदीव की मदद की है. यहां तक की इसे एक विदेशी शक्ति द्वारा कब्ज़ा करने से भी रोका. हमारी सेनाएं वहां गई और लोगों को बचाया. लेकिन मैं समझ नही पा रहा है कि ये विवाद किस कारण हो रहा है. क्या देश में मुसलमानों के प्रति बढ़ती नफरत का इससे कोई लेना देना है. इसका जवाब विदेश मंत्री दे सकते हैं.  

आगे उन्होंने कहा, कि चीन का प्रभान न सिर्फ मालदीव में बढ़ रहा है बल्कि नेपाल, पाकिस्तान और बांग्लादेश में भी बढ़ रहा है. भारत बातचीत से मामले को सुलझाने की कोशिश कर रहा है. 

आखिर ये मालदीप विवाद है क्या ? 

ये विवाव शुरू हुआ था मालदीप के 3 मंत्रियों की अभ्रद टिप्पणियों के बाद जो उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को लेकर की थी. दरअसल हाल ही में पीएम मोदी लक्षदीप दौरे पर गए थे वहां से उन्होंने अपने सोशल मीडिया पर अपनी कुछ तस्वीरें पोस्ट की थी. जिसपर मालदीव के 3 मंत्रियों ने उनपर अपमानजनक टिप्पणी कर दी. इसको लेकर ही भारत में इन मंत्रियों की खूब अलोचना हुई. देश की मशहूर हस्तियों ने भी अपने सोशल मीडिया के जरिए लोगों से मालदीव जाने की बजाय देश के पर्यटन स्थलों पर जाने को आग्रह किया. यहां तक की #boyycottmaldives भी सोशल मीडिया पर ट्रेंड करने लगा.  इस विवाद के तूल पकड़ते ही मालदीव सरकार पीएम मोदी के खिलाफ टिप्पणी करने वाले उन तीनों उप मंत्रियों को सस्पेंड कर दिया गया है. लेकिन इतने से ये विवाद खत्म नही हुआ है. बल्कि अब भारत और मालदीव के बीच एक जंग छिड़ चुकी है. 

ऐसे में उधर, फारूक अब्दुल्ला ने जिस तरह मालदीव विवाद पर एक अलग ही विचार व्यक्त किया है उसे देखकर बहुत लोग मान रहे हैं कि फारूक अब्दुल्ला ने इस विवाद को भी एक बार फिर से हिंदू-मुसलमान से जोड़ दिया है.