जम्मू कश्मीर Migrant Muslim : जम्मू में गुरुवार को मुस्लिम प्रवासियों माइग्रेशन कार्ड की मांग लेकर धरने पर बैठ गए. प्रदर्शन कर रहे प्रवासियों का आरोप है कि 7-8 महीने पहले उनका माइग्रेशन कार्ड रद्द किया गया था. और अब अपने इसी माइग्रेशन कार्ड की बहाली की मांग को लेकर प्रवासी मुसलमान ने धरना दिया.
धरने पर बैठे एक मुस्लिम मुहाजिर ने कहा कि, 'हमारे परिवार काफी सारी दिक्कतों का सामने कर रहें हैं. हम अपने बच्चों की फीस तक नही भर पा रहे. मुस्लिम प्रवासी ने आगे कहा कि, 'हम 1990 में कश्मीरी पंडितों और अन्य लोगों के साथ प्रवासी बन गए. 7-8 महीने पहले, हमारे माइग्रेशन कार्ड रद्द कर दिए गए.'
धरने पर बैठे प्रदर्शनकारियों की माने तो उन्होंने जम्मू-कश्मीर भाजपा नेतृत्व के माध्यम से, उपराज्यपाल, मुख्य सचिव और राहत आयुक्त को अपनी दुर्दशा से अवगत कराया है लेकिन उनकी शिकायत पर कोई सुनवाई नही हुई.
प्रदर्शकारियों का कहना है कि, उन्होंने हमेशा सरकार का समर्थन किया है. हम शांति प्रिय लोग हैं, हमने कभी भी पाकिस्तान का समर्थन नहीं किया और न ही उसकी भाषा बोली. ऐसा लगता है कि संबंधित अधिकारियों को हमारे बारे में गुमराह किया गया है.
ऐसे में उन्होंने नए राहत कमिश्नर से (Migrants) से अपील की है कि उनके माइग्रेशन कार्ड बहाल करके उनकी समस्या का जल्द से जल्द समाधान की जाएगा.