पुंछ : कश्मीर के मकामी बाशिन्दों के लिए आज का दिन बड़ी खुशखबरी भरा रहा दरसल पुंछ जिले को कश्मीर से जोड़ने वाली ऐतिहासिक मुगलरोड को एकतरफा वाहनों की आवाजाही के लिए खोल दिया गया है।
मुगल रोड के बंद होने से कश्मीर का जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया था । आठ दिनों से बंद इस रोड पर यातायात को पूरी तरह से बंद कर दिया गया था। इस सड़क के बंद किए जाने से कश्मीर में आने जाने वाले माल वाहनों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ा, खासकर सब्जियों को और फलों के कारोबार को जो ज्यादा दिन तक ताजे नहीं रह सकते थे। पहले कश्मीर की तरफ से वाहनों को मुगलरोड पर चलने की अनुमति दी गई है।
गौरतलब है कि मुगलरोड पर कुछ दिनों पहले पुंछ जिले की तरफ से 35 किमी दूर स्थित रत्ताछंब पुल के पहले भारी भूस्खलन होने के कारण रास्ते को यातायात के लिए पूरी तरह से बंद कर दिया गया था। अगले ही दिन मुगलरोड अथॉरिटी ने मुगलरोड को खोलने के प्रयास शुरू करते हुए भारी मशीनों को मलबा हटाने के काम पर लगाया था।
भूस्खलन ज्यादा होने और मलबा हटाने के साथ पहाड़ से भारी मात्रा में मिट्टी, पत्थर और पेड़ गिरने के चलते रास्ते को साफ करने में काफी मेहनत करनी पड़ी है। रास्तें को क्लीयर करने में लगे कर्मचारियों ने दिन रात एक कर काम किया ताकि जल्द से जल्द रोड को आम लोगों के लिए खोला जा सके। पीडब्ल्यूडी मैकेनिकल विंग की मदद से भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र में 70 प्रतिशत मलबा हटाते हुए अस्थायी रास्ता बनाया गया और मुगलरोड को एकतरफा यातायात के लिए खोल दिया गया है। इसके बाद से आने जाने वाले वाहनों पर सवार यात्रियों ने तेजी से हुए काम की काफी तारीफ की और सरकार का धन्यवाद भी किया है।
आठ दिनों से मुगलरोड बंद होने के कारण पुंछ जिले के व्यापारियों, कश्मीर के अस्पतालों में उपचार करवाने वालों, कश्मीर के शिक्षा संस्थानों में पढ़ाई करने वालों और ढोकों की तरफ जाने वाले गुज्जर-बक्करवालों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। पूरा का पूरा जन जीवन मानों धीमा सा पड़ गया था ।
अभी मुगलरोड को अस्थायी रूप से ही खोला गया है, क्योंकि दो दिन बाद कश्मीर में एक बड़े उर्स का आयोजन होने वाला है, जिसमें पुंछ-राजोरी से हजारों श्रद्धालु भाग लेने जाने वाले हैं। उनकी ही मांग पर मुगलरोड पर अस्थायी यातायात बहाल किया गया है।
भूस्खलन वाले क्षेत्र में पुरानी सड़क अभी भी कम से कम 20 फुट मलबे के नीचे है। उसे निकालने के लिए अभी भारी मात्रा में मलबा हटाया जाना है।