Anantnag Encounter: लश्कर के आतंकियों का हुआ खात्मा, 7 दिन तक चले इस एनकाउंटर के बाद दोनों आतंकी ढेर...

Written By Last Updated: Sep 20, 2023, 02:06 PM IST

Jammu and Kashmir: कश्मीर के अनंतनाग में बीत 7 दिनों से जारी मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा (LET) एक और आतंकी मारा गया. आपको बता दें कि इस एनकाउंटर में कश्मीर का खूंखार आतंकी उजैर खान मारा गया. मंगलवार 19 सितंबर को कश्मीर पुलिस ने ये जानकारी दी कि कोकरनाग के जंगलों में पिछले 7 दिनों से छिपे आतंकियों को ढेर कर दिया गया है. भारतीय सुरक्षाबलों ने आतंकी उजैर खान के शव को बरामद कर लिया है. 

वहीं, कश्मीर के ADGP विजय कुमार ने जानकारी दी कि पहाड़ी पर उजैर के बाद एक और बॉडी मिली है. ऐसे में ये शव किसी तीसरे आतंकी का भी हो सकता है. हालांकि, सात दिन तक लगातार चला ये एनकाउंटर अब पूरा हो चुका है. लेकिन एनकाउंटर साइट पर तलाश जारी है. 

आपको बता दें कि, इस ऑपरेशन की शुरूआत 13 सितंबर से हुई. भारतीय सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा चलाए जा रहे इस सर्च अभियान में सुरक्षा बलों और आतंकियों की मुठभेड़ शुरू हो गई. जिसमें सेना के कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष धौंचक और वहीं, पुलिस के DSP हुमायूं भट तथा दो अन्य जवान भी शहीद हो गए थे.

जमीन के नीचे छिपे थे आतंकी

लश्कर के ये दोनों ही आतंकी गोलीबारी के बाद कोकेरनाग के घने पहाड़ी जंगलों में छिप गए थे. वहीं पहाड़ी पर ये आतंकी 12 से 20 फीट नीचे गुफा में छिप गए थे. यही एक वजह थी कि ये ऑपरेशन इतना लंबा चला और जिसमें सुरक्षा बलों को काफी मुश्किल हो रही थी. बाद में सेना ने ड्रोन और हेलिकॉप्टर की मदद से आतंकियों के इन ठिकानों का खात्मा कर दिया.

मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो 7 दिन तक चलने वाला ये एनकाउंटर अब तक का सबसे लंबा एनकाउंटर बन गया है. वहीं, इतने लंबे वक्त तक चली ये मुठभेड़ जम्मू-कश्मीर की तीसरी सबसे लंबी मुठभेड़ बन गई है.

सीनियर अधिकारी की रही नज़र

कश्मीर के ADGP विजय कुमार के अनुसार, लश्कर-ए-तैयबा का आतंकी उजैर खान इस संगठन का टॉप कमांडर था. आपको बता दें कि अनंतनाग मुठभेड़ में शामिल आतंकियों का सफाया करने के लिए मंगलवार को पैरा कमांडो समेत सुरक्षा बलों की 10 अन्य कंपनियों को भी तैनात किया गया था. 

गौरतलब है कि एनकाउंटर की शुरूआत से ही कई सीनियर अधिकारी इस ऑपरेशन पर नजर बनाए हुए थे. मंगलवार को भी इस मुठभेड़ के बाद ADGP विजय कुमार और अन्य सीनियर अधिकारी मौके पर मौजूद रहे. हालांकि, बीते सोमवार को भी सुरक्षाबलों को पहाड़ी से दो लोगों के शव मिले थे. इनमें एक सेना का जवान है, जिसका नाम जवान प्रदीप सिंह है. प्रदीप सिंह सर्च ऑपरेशन के पहले ही दिन यानि 13 सितंबर से लापता थे.