Jammu and Kashmir: यूं तो पूरा जन्नत ए कश्मीर घुमने लायक है और सालों-साल यहां पर टूरिस्ट का मेला भी लगा रहता है. लेकिन घाटी की खुबसूरती के अलावा कुछ ऐसी भी जगहें थी जहां जाने पर लोग डरते थे. तो क्या नई सुबह हुई, तारीखें बदली और अब यहीं जगह बन रही है टूरिस्ट्स का नया डेस्टिनेशन.
हम बात कर रहें है LAC से सटे और कुपवाड़ा जिले में आने वाले गांव- कैरन की. जिसे इस गांव के बाशिंदों ने टूरिस्ट प्लैस बना दिया है.
जम्मू कश्मीर की हसीन वादियों से इश्क करने वाले अपने आप को कश्मीर घाटी में आने से रोक नहीं पाते. और वे अपनी जिन्दगी के कुछ नायब पलों को और भी ज्यादा खास बनाने के लिए यहां चले आते हैं. ऐसे में पूरा कश्मीर उनके इस्तेकबाल के लिए हमेशा तैयार रहता है. लेकिन आने वाले टाइम में टूरिस्ट इन शानदार वादियों की खुबसूरती को नजदीक से देखने के लिए भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर LAC से सटे हुए गांवों को अपना नया डेस्टिनेशन बना रहे हैं.
ये नायब गांव है कैरन. जो कुपवाड़ा जिले में LAC के नजदीक का गांव है. यहां पर आर्मी की मदद से सड़कें और तमाम जरूरी सुविधाएं को पहुंचाने की कोशिश की जा रही है. गांव के लोगों ने अपने घरों को गेस्ट हाउस बना दिया है. जहां टूरिस्टों की सभी सुविधाओं का ख्याल रखा जाता है. लेकिन यहां के लोग जिन परेशानियों से जूझ रहे हैं. उनके बारे में केसर टीवी ने उनसे बातचीत की.
एक मशहूर कहावत के मुताबिक पत्थर-पत्थर जोड़कर पूरा घर बन जाता है. ऐसे ही कैरन के स्थानीय बाशिन्दों ने अपने आस पास के इलाके को सुन्दर और सीधे तौर पर पहुंचने वाला बनाने के लिए सड़क बनाने में आर्मी की मदद ली. यहां रहने वाले युवाओं ने इलाके के विकास के लिए जागरूकता फैलाकर इन्तेजामिया से कई बार दरखास्ता की. लेकिन स्थानीय लोगों की सबसे बड़ी समस्या ये है कि टूरिस्ट इन हसीन नजारों को देखकर आ तो जाता है. लेकिन कच्ची सड़कों और खराब मोबाइल नेटवर्क का उसे रोजाना सामना करना पड़ता है. अगर सरकार इन समस्याओं पर काम कर ले तो कैरन में टूरिस्टों की संख्या बढ़ने के साथ ही लोकल युवाओं को रोजगार मिलनी शुरू हो जाएगा.
बता दें कि खुबसूरत से भी ज्यादा खुबसूरत कैरन आज एक न्यू टूरिस्ट डेस्टिनेशन के तौर पर लोगों को खुब पसन्द आ रहा है. यहां आने वाले यू टूयबर यहां रहकर और यहां की वीडियों बनाकर बाहर के लोगों को गांव तक आने का रास्ता तक दिखा रहे हैं. लेकिन यहां के युवाओं की और रहने वाले लोगों की एक ही मांग है कि अगर सड़के और मोबाइल कनेक्टिवीटी पर काम हो जाए तो कुछ बात बन जाएं. और इस बात को लेकर गांव के लोगों का कहना है कि हमें एल जी इन्तेजामिया पर पूरा भरोसा है. और हमें जल्द ही मदद भी मिलेगी.
इसके अलावा कैरन की तरह ही LAC से सटे हुए कई गांव है जिनकी खुबसूरती कुदरत की अनोखी देन है. लोग वहां जाना भी चाहते हैं लेकिन बुनियादी सुविधाओं की कमी कहीं न कहीं उनके रास्तें आड़े आती है. ऐसे में कैरन जो आर्मी की मदद से अपने आप को उभार पाया है वो काबिले तारीफ है.