Ladakh News: पूर्ण राज्य का दर्जा और अपनी अन्य मांगों को लेकर लद्दाख के दो प्रमुख संगठन लेह एपेक्स बॉडी (LAB) और कारगिल डेमोक्रेटिक एलायंस (KDA) ने तीन फरवरी को कारगिल बंद-लेह चलो का ऐलान किया है. पहले लेह एपेक्स बॉडी ने मांगों को लेकर तीन फरवरी को लेह चलो का आह्वान किया. फिर उनके समर्थन में कारगिल डेमोक्रेटिक एलायंस ने कारगिल बंद की घोषणा की है. लद्दाख की कई मांगे हैं. लद्दाख के लिए राज्य का दर्जा, छठी अनुसूची के तहत संवैधानिक सुरक्षा उपाय, लद्दाख के लिए पीएससी और शीघ्र नौकरी भर्ती प्रक्रिया और लेह और कारगिल के लिए दो अलग संसद सीटें शामिल हैं. LAB और KDA दोनों ने कारगिल और लेह में बैठक की और 3 फरवरी को पूरे लद्दाख इलाके को बंद करने का ऐलान किया. वहीं, एलएबी-केडीए को गृह मंत्रालय ने 19 फरवरी को बातचीत के लिए बुलाया है.
क्या हैं मुख्य मांगें?
लद्दाख को संविधान की छठी अनुसूची में शामिल करना
लद्दाख को पूर्ण राज्य का दर्जा दिया जाए
लद्दाख के लिए अलग लोक सेवा आयोग की स्थापना
लद्दाख में लोकसभा सीट को एक से बढ़ाकर दो किया जाए
राज्यसभा में भी प्रतिनिधित्व की मांग
लद्दाख को पूर्ण राज्य का दर्जा देने के लिए आंदोलन लेह एपेक्स बॉडी (एलएबी) और कारगिल डेमोक्रेटिक पार्टी (केडीए) के प्रतिनिधिमंडल को गृह मंत्रालय ने 19 फरवरी को बातचीत के लिए बुलाया है. दोनों संस्थाओं की ओर से 19 जनवरी को सौंपा गया था. दोनों संगठनों ने पिछले महीने मांगों से संबंधित एक ज्ञापन गृह मंत्रालय को सौंपा था. इस दौरान मैगसायसाय पुरस्कार विजेता सोनम वांगचुक विरोध के अगले दिन यानी रविवार को भूख हड़ताल करेंगे.