श्रीनगर : जम्मू कश्मीर राज्य में साल 2019 के बाद से चुनाव न होने के कारण प्रदेश पर केन्द्र सरकार का शासन है। जमूरियत में चुनाव का होना बहुत ज़रूरी है। निष्पक्षता से होने वाले चुनाव ही संविधान को और मजबूती दे सकता है। केन्द्र सरकार के अनुसार वो आर्टिकल 370 के खत्म किए जाने के बाद से कश्मीर में शान्ति स्थापित कराने के बाद चुनाव कराने पर जोर दे रही है। लेकिन साल दर साल बितने के बाद तमाम पार्टीयों द्वारा कहीं न कहीं दबी जबान में तो कहीं पर खुल कर चुनाव न कराने को लेकर केन्द्र सरकार पर निशाना साधा जा रहा है। सियासत में आरोप प्रत्यारोप का दौर चलना तो लाज़मी है लेकिन अब हर तरफ सिर्फ एक ही सवाल एक दूसरे से हर कोई पूछ रहा है कि प्रदेश में चुनाव कब होंगे ।
ऐसे ही एक सवाल के साथ प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष वकार रसूल वानी ने भाजपा और केन्द्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि जम्मू कश्मीर में 2019 के बाद से विधानसभा चुनाव न करवा कर सरकार ने आपातकाल घोषित कर रखा है। श्रीनगर के खोनमोह इलाके में बोलते हुए वानी ने कहा कि इस साल नवंबर में बिना चुनाव कराये 9 साल का वक्त पूरा हो जायेगा। जम्मू कश्मीर के लिए ये ऐतिहासिक होने के साथ ही पहली बार ऐसा हो रहा है कि इतने लम्बें समय से प्रदेश में चुनाव नहीं हुए है।
उन्होंने कहा कि अगर अन्य राज्यों में हर पांच साल बाद चुनाव में वोट देने का अधिकार है, तो यहां पर उसे क्यों रोका जा रहा है वो भी हमें मिलना चाहिए। निश्चित रूप से जम्मू-कश्मीर में चुनाव होने चाहिए। कांग्रेस जम्मू-कश्मीर सहित देश के अन्य हिस्सों में निकाय चुनावों की तैयारी कर रही है।
वानी ने कहा कि कांग्रेस पीएजीडी का हिस्सा नहीं है। हमने केवल फारूक अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती के साथ मंच साझा किया है। अब, हम आम मुद्दों पर एक साथ खड़े हैं। हालांकि, कांग्रेस का घोषणापत्र एनसी और पीडीपी से पूरी तरह अलग है, इसलिए सहयोग नहीं हो सकता है। उन्होंने कहा कि हमारा घोषणापत्र राष्ट्रीय स्तर पर तैयार किया गया है।
धर्मनिरपेक्ष दलों का साथ लेना चाहती है कांग्रेस
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि पार्टी उन दलों को साथ लेना चाहती है, जो स्वभाव से धर्मनिरपेक्ष हैं और लोगों के लिए काम करना चाहते हैं।
विफल हो गई भाजपा सरकार
वानी ने ओडिशा में हुए ट्रेन हादसे को लेकर भी भाजपा की आलोचना की। उन्होंने कहा कि 275 लोगों की मौत हो गई और लगभग 1,200 अन्य घायल हुए हैं। भाजपा सरकार विफल हो गई है और उसकी व्यवस्था काम नहीं कर रही है। वह अपनी दुर्घटनाओं के लिए नेहरू को जिम्मेदार ठहराती है।