जम्मू-कश्मीर People's Conference: जम्मू-कश्मीर पीपुल्स कॉन्फ्रेंस (JKPC) के अध्यक्ष सज्जाद गनी लोन बारामूला से चुनावी रण में उतरेंगे. इस बात की अधिकारिक घोषणा पार्टी महासचिव इमराज रज़ा अंसारी ने सोमवार को की है.
जेकेपीएस महासचिव बताया कि, 'पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ हुई बैठक में इस बात का फैसला लिया गया है. सभी नेता और कार्यकर्ताओं ने अध्यक्ष सज्जाद गनी लोन को इस पद के लिए सर्वोत्तम मानकर अपना समर्थन दिया है. अब बारामूला संसदीय सीट से वो पार्टी के प्रत्याशी होंगे.'
महासचिव अंसारी ने आगे कहा कि उन्हें भरोसा है कि, सात दशक के बाद घाटी के लोगों की सही मु्द्दों पर अब बात होगी.'
उधर, सज्जाद गनी लोन ने भी पार्टी का संसदीय प्रत्याशी घोषित किए जाने के बाद अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि, 'पार्टी द्वारा मुझे सौंपी गई ये जिम्मेदारी काफी बड़ी है. और इसको लेकर मैंने पिछले कुछ हफ्तों से व्यापाक चर्चा की. अब मैं सभी निर्वाचन क्षेत्र प्रमुखों और ब्लॉक लेवल के नेताओं से भी मिला.'
बात करें अगर सज्जाद लोन की, तो पहली बार सज्जाद साल 2002 में सुर्खियों का हिस्सा बने थे. जब उनपर विधानसभा चुनावों में अलगाववादी उम्मीदवारों के खिलाफ प्रॉक्सी उम्मीदवार उतारने का आरोप लगा. ये मामला इतना बिगड़ गया कि उन्होंने खुद को हुर्रियत से अलग कर लिया.
इसके बाद साल 2014 वो साल था जब सज्जाद की बीजेपी से पटरी खाने लगी. उनकी पार्टी जेकेपीसी ने भाजपा से हाथ मिलाया. इस दौरान, अलगाववादियों और प्रदेश की अन्य पार्टियों ने उन्हें 'गद्दार' का तमगा तक दे दिया बीजेपी के साथ उनका 'प्रेम' नही बदला. वो बीजेपी के साथ सहयोगी बने रहे और आखिरकार जम्मू-कश्मीर की 2 विधानसभा सीटों पर उनकी पार्टी ने दमदार जीत दर्ज की. बता दें कि, जिस वक्त पीडीपी और बीजेपी ने मिलकर राज्य में सरकार बनाई थी उस वक्त जेकेपीसी भी उस सरकार का हिस्सा रही थी. यहां तक की सज्जाद बीजेपी कोटे से मंत्री भी बने थे. इसके बाद सबको लगने लगा कि जेकेपीसी बीजेपी खेमे की पार्टी है.