Jammu and Kashmir : जम्मू कश्मीर असेंबली में 370 बहाल करने की तजवीज़ पास हो गई है. असेंबली की कार्रवाई के तीसरे दिन डिप्टी सीएम सुरिंदर चौधरी के ज़रिए धारा-370 की बहाली की मांग वाली प्रस्ताव पेश किए जाने के बाद हंगामा हुआ.
ज़बरदस्त हंगामे के बाद विधानसभा में यह प्रस्ताव पास हो गई है. इस क़दम का अपोज़ीशन लीडर सुनील शर्मा ने सख्त विरोध किया और सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि जब एलजी की स्पीच पर चर्चा का काम था तो प्रस्ताव कैसे पेश किया गया? ख़ास बात यह है कि असेंबली से पास आर्टिकल 370 के प्रस्ताव में इस बात पर भी ज़ोर दिया गया है 370 की बहाली में क़ौमी इत्तेहाद और जम्मू कश्मीर के लोगों की उम्मीदों की हिफ़ाज़त होनी चाहिए...
आपको बता दें कि निर्दलीय विधायक शेख खुर्शीद और शब्बीर कुल्ले, पीपुल्स कान्फ्रेंस के चीफ़ सज्जाद लोन के अलावा तीन पीडीपी विधायकों ने भी प्रस्ताव का समर्थन किया है. डिप्टी सीएम सुरिंदर चौधरी ने आर्टिकल 370 की बहाली को लेकर सदन में प्रस्ताव पेश किया.
वहीं, भाजपा ने सदन में प्रस्ताव के ख़िलाफ विरोध प्रदर्शन जारी रखा और जिसकी वजह से असेंबली स्पीकर को सदन को 15 मिनट के लिए मुल्तवी भी करना पड़ा. आखिर में स्पीकर अब्दुर रहीम राथर ने प्रस्ताव को वोटिंग के लिए रखा और यह प्रस्ताव बहुमत के साथ पास हो गया.
अपोज़ीशन के नेता सुनील शर्मा समेत अन्य अपोज़ीशन नेताओं ने हुकमरान जमात और सदन के कामकाज में बदलाव पर सवाल उठाए.
बता दें कि 5 अगस्त 2019 को केंद्र ने जम्मू-कश्मीर से धारा 370 और 35A को हटा लिया था. साथ ही घाटी को दो केंद्र शासित प्रदेश, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में बांट दिया था.
इसको लेकर, कश्मीरी नेताओं समेत अपोज़ीशन की ज्यादातर पार्टियों ने इसका विरोध किया था. जम्मू-कश्मीर की दो अहम पार्टियां नेशनल कांफ्रेंस और पीडीपी ने केंद्र सरकार के इस क़दम को कश्मीरियों के धोखा क़रार दिया था. इसी साल हुए असेंबली इलेक्शन में नेशनल कांफ्रेंस ने अपने मंशूर में जम्मू कश्मीर को रियासत का खास दर्जा बहाल कराने के लिए लड़ने का वादा किया था...