सांबा जिले में हाल ही में ऐतिहासिक किले के परिसर में जनता दरबार का आयोजन किया गया, जिसमें सोशल वेलफेयर विभाग की आयुक्त सचिव शीतल नंदा ने लोगों की समस्याओं को सुना. इस दरबार में लोगों ने अपनी समस्याओं को शीतल नंद के सामने रखा, जिन्होंने उनकी समस्याओं को ध्यानपूर्वक सुना. शीतल नंद के साथ साथ इस दरबार में पूर्व सरपंच, पंच, पार्षद और जिला विकास परिषद के सदस्य भी उपस्थित थे.
इस दौरान बीडीसी चेयरमैन विजय टगोत्रा और पूर्व सरपंच सूरज प्रकाश ने कहा पहले भी ऐसे दरबार लगते है मगर सुनवाई नहीं होती है.उन्होंने यह भी कहा कि आज भी बिजली पानी रोड़ और स्वस्थ सेवाओं की खस्ता हालत है. उन्होंने आगे यह भी कहा कि आज जो अधिकारी समस्या सुनने आई है ये डीसी सांबा रह चुकी है और उन्हें उम्मीद है ये सब समस्याओं का निपटारा जल्द होगा.
जनता दरबार ने सामूहिक रूप से शक्ति का एक नया स्रोत साबित किया है और इसने लोगों को सरकारी प्रक्रियाओं में शामिल होने का माध्यम प्रदान किया है.इसके माध्यम से, लोग सीधे अपनी समस्याओं को सरकार तक पहुंचा प् रहे हैं. जिससे सामाजिक न्याय और लोकतंत्र की मजबूती में मदद मिलती है. इस प्रकार, सांबा जनता दरबार ने न केवल सामाजिक समस्याओं के समाधान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, बल्कि यह भी दिखाया है कि जनता की भागीदारी से समाज में प्रगति कैसे संभव है. यह एक नई दिशा स्थापित करता है, जिसमें लोकतंत्र और सामाजिक न्याय के मूल्यों को साकार किया जा सकता है.