Rajouri Encounter: जम्मू-कश्मीर के राजौरी में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच जारी मुठभेड़ में सुरक्षाबलों को भारी नुकसान पहुंचा है. इस ठभेड़ में सेना के दो अधिकारियों की जान चली गई है. साथ ही अन्य दो जवान भी शहीद हो गए हैं. राजौरी जिले के बाजीमाल इलाके की वादियों में दो आतंकियों के छिपे होने की खबर मिलने के बाद सुरक्षाबलों ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया. भारतीय सेना (Indian Army) ने सीआरपीएफ (CRPF) और जम्मू-कश्मीर पुलिस (J&K Police) के साथ एक ज्वॉइंट ऑपरेशन के तहत कार्रवाई शुरू की थी.
आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच जारी इस मुठभेड़ (Encounter between security forces and terrorists) में और भी जवान हताहत होने की आशंका है. सूत्रों के मुताबिक ये संख्या बढ़ सकती है.
गौरतलब है कि बुधवार को आतंकियो के साथ हुई इस मुठभेड़ में कैप्टन शुभम, कैप्टन एमवी प्रांजल, माजिद और एक अन्य जवान की जान चली गई है. सेना के इन जवानों के अलावा मेजर मेहरा भी इस गोलीबारी में घायल हो गए हैं. मेजर को आनन फानन में उधमपुर स्थित आर्मी हॉस्पिटल पहुंचाया गया है. आपको बता दें कि मेजर मेहरा के सीने और बाजू में गोली लगने से उन्हें काफी गंभीर चोट पहुंची है. फिलहाल, उनकी हालत स्थिर है.
सुरक्षाबलों ने की घेराबंदी
आपको बता दें कि राजौरी के कालाकोट में मौजूद धर्मसाल पुलिस स्टेशन को बाजीमाल इलाके में अतंकी गतिविधि के खूफिया इनपुट मिले. जिसके बाद सुरक्षाबलों ने कालाकोट में सोलकी गांव के करीब बाजी माल में एक ज्वॉइंट ऑपरेशन शुरू किया और इलाके की घेराबंदी की. हालांकि, सुरक्षाबलों की कार्रवाई जारी है. इस मुठभेड़ को बढ़ता देख सुरक्षाबलों की अन्य टीमों को भी भेजा जा रहा है.
वहीं, इस इलाके के स्थानीय लोगों का दावा है कि भारतीय सुरक्षाबल यहां मौजूद आतंकियों को पकड़ने के लिए बीते रविवार से एक सर्च ऑपरेशन चला रहे हैं. ऐसे में एक ग्रामीण ने जानकारी दी, "ऑपरेशन के कारण हमें घर पर ही रहने और बाहर न निकलने के लिए कहा गया था. हमारे बच्चे भी आज स्कूल नहीं गए और घर पर ही हैं."