उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने बुधवार को कहा कि सरकार स्थायी रोजगार( sustainable employment) पैदा करने के लिए अपना पूरा योगदान और सहायक बुनियादी ढांचा भी उपलब्ध कराएगी. उन्होंने यह भी कहा कि जम्मू-कश्मीर ने एक ही दिन में 94,680 युवाओं को एंटरप्रेन्योरशिप और सेल्फ-एम्प्लॉयमेंट के अवसर प्रदान करके नया रिकॉर्ड बनाया. इसके साथ ही एलजी सिन्हा ने जेएंडके बैंक को उनके 'घर-घर केसीसी अभियान' और 'स्वरोजगार उत्सव' के लिए बधाई दी, जिनसे युवाओं को स्थायी रोजगार के लिए अवसर मिलेगा.
क्या बोले एलजी सिन्हा?
अपनी अध्यक्षता में एक समारोह में उपराज्यपाल ने कहा, "आज, जम्मू-कश्मीर ने नई इकाइयां और स्टार्टअप स्थापित करने के लिए मंजूरी पत्र वितरित करके एक नया रिकॉर्ड बनाया है जो युवाओं को नौकरी मांगने वाले नहीं बल्कि नौकरी निर्माता बनने की उनकी आकांक्षा को पूरा करेगा. "यह महत्वपूर्ण अवसर यूटी के आर्थिक परिदृश्य को बदलने में एक महत्वपूर्ण छलांग का भी प्रतीक है."
जेएंडके बैंक के लिए क्या बोले सिन्हा?
एलजी सिन्हा ने जेएंडके बैंक को बधाई देते हुए कहा कि बैंक आम लोगों के भले के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है. उन्हीने यह भी कहा कि " एंटरप्रेन्योरशिप और सेल्फ-एम्प्लॉयमेंट के लिए स्वरोजगार उत्सव में जम्मू-कश्मीर की सभी पंचायतें शामिल हैं और जेएंडके बैंक नई इकाइयां और स्टार्टअप स्थापित करने के लिए 1384 करोड़ रुपये का योगदान भी करेगा.हम इन इकाइयों में अधिक युवाओं के लिए स्थायी रोजगार पैदा करने के लिए प्रशिक्षण और सहायक बुनियादी ढांचा प्रदान करेंगे."
एलजी ने जम्मू-कश्मीर में किसान क्रेडिट कार्ड की उपलब्धियों पर की बात
एलजी ने पूरे जम्मू-कश्मीर में किसान क्रेडिट कार्ड की उपलब्धियोंपर बात करते हुए कहा कि “घर-घर केसीसी अभियान के तहत, लगभग 2 लाख किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड प्रदान किया गया ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि उनकी विश्वसनीय, पर्याप्त और किफायती ऋण तक पहुंच हो. मैं देख रहा हूं कि कृषि और संबद्ध क्षेत्र में एक नई क्रांति चल रही है जो जम्मू-कश्मीर की समृद्धि के लिए नए रास्ते बनाएगी. इतना ही नही सीएसआर पहल के तहत जम्मू-कश्मीर में सामाजिक विकास परियोजनाओं में बैंक के योगदान की सराहना करते हुए, सिन्हा ने किसानों और युवाओं को आत्मनिर्भरता प्राप्त करने के अलावा रोजगार के अवसर पैदा करने में मदद करने के लिए कृषि और एमएसएमई क्षेत्रों में इनपुट क्रेडिट की गुंजाइश को भी रेखांकित किया.
जेएंडके बैंक को क्या दिए निर्देश?
घर-घर केसीसी अभियान, स्टैंड-अप इंडिया और स्टार्टअप में संतृप्ति हासिल करने का जेएंडके बैंक को निर्देश देते हुए एलजी बोले “हमें जेएंडके बैंक से बहुत उम्मीदें हैं और मुझे उम्मीद है कि बैंक वित्तीय साक्षरता कार्यक्रमों को आबादी के एक बड़े हिस्से तक ले जाने के लिए अभियान चलाएगा. बैक टू विलेज और माई टाउन माई प्राइड कार्यक्रमों के तहत, बैंकों को उद्यमशील युवाओं को वित्तीय सहायता के विस्तार के लिए तय लक्ष्य को प्राप्त करने का प्रयास करना चाहिए.
जैसे-जैसे हम जम्मू-कश्मीर में नए सिरे से आर्थिक और सामाजिक विकास की राह पर आगे बढ़ रहे हैं, बैंकों, विशेष रूप से जेएंडके बैंक को यह सुनिश्चित करना होगा कि रोजगार सृजन के उद्देश्य से लोगों के अनुकूल योजनाओं के साथ किसानों, युवाओं और महिलाओं की आर्थिक जरूरतों को पूरा किया जाए. आजीविका के अवसर न केवल लाभार्थियों के लिए बल्कि उनसे जुड़े लोगों के लिए भी हैं."
और क्या क्या घोषणाएं हुई?
एलजी मनोज सिन्हा ने इस मौके पर बैंक के समूह व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा के अंतर्गत आने वाले मृत सरकारी कर्मचारियों के कानूनी उत्तराधिकारियों को बीमा दावा निपटान के चेक भी सौंपे. उन्होंने बैंक की ओर से वित्त पोषित सफल उद्यमियों और किसानों को भी सम्मानित किया. इसके साथ-साथ उन्होंने कृषि उत्पादन विभाग का एआई-आधारित किसान-अनुकूल एप्लिकेशन किसान साथी चैटबॉट भी लॉन्च किया.जेएंडके बैंक ने भी चैटबॉट एप्लिकेशन के लिए अपनी सीएसआर पहल के तहत 40.27 लाख रुपये का योगदान दिया है. इतना ही नही यात्रियों की सुविधा के लिए ई-बस बे और यात्री शेड के निर्माण के लिए जम्मू-कश्मीर बैंक सीएसआर कार्यक्रम के तहत 3.35 करोड़ रुपये और 3.84 करोड़ रुपये के दो चेक जम्मू स्मार्ट सिटी और श्रीनगर स्मार्ट सिटी के प्रतिनिधियों को सौंपे.
आपको बता दें जेएंडके बैंक की अन्य सीएसआर पहलों में जम्मू-कश्मीर के सभी जिला अस्पतालों को 120 रोगी ट्रॉली और 120 व्हीलचेयर प्रदान करने के लिए स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा विभाग के प्रशासनिक सचिव को एक प्रतिबद्धता पत्र, दो परिवहन एम्बुलेंस के लिए 26 लाख रुपये का चेक प्रिंसिपल को सौंपना, सरकारी मेडिकल कॉलेज जम्मू और निर्देशक एसकेआईएमएस को एक क्रिटिकल केयर एम्बुलेंस के लिए 34 लाख रुपये भी शामिल है.
इन सब के अलावा, आयुक्त सचिव समाज कल्याण को 24 लाख रुपये का चेक देने के साथ-साथ सेवा भारती प्रतिनिधि को 69.73 लाख रुपये का चेक, विभिन्न मदों के तहत जम्मू केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति को 11 लाख रुपये और जम्मू विश्वविद्यालय के कुलपति को 12 लाख रुपये का चेक दिया गया.इस अवसर पर बैंक के 'घर-घर केसीसी अभियान और स्वरोजगार उत्सव' और सीएसआर पहल पर आधारित दो कॉर्पोरेट फिल्में भी दिखाई गईं. मुख्य सचिव अटल डुल्लू,प्रमुख सचिव कृषि उत्पादन विभाग शैलेन्द्र कुमार, सीजीएम नाबार्ड बी श्रीधर,जेएंडके बैंक के एमडी और सीईओ बलदेव प्रकाश, एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी कार्यक्रम में उपस्थित थे.