Jammu and kashmir: अनंतनाग ज़िले के सुदूर गांव कपरान में रविवार को इंडियन आर्मी की 19 आरआर की जानिब से एक फ्री टेलरिंग कैम्प लगाया गया. दरअसल, आर्मी की 19 आरआर (Rashtriya Rifles) ने कमज़ोर बैकग्राउंड वाली ख्वातीन के लिए एक 7 दिनो का सिलाई कोर्स शुरू किया.
गौरतलब है कि इस कोर्स में हिस्से लेने वाली ख्वातीन को फ्री सिलाई मशीन और सिलाई का सामान तथा सर्टिफिकेट भी दिए गए. आर्मी की जानिब से कराए गए इस कोर्स में कुल 50 ख्वातीन ने हिस्सा लिया.
इस मौक़े पर कंपनी कमांडर कापरान आर्मी कैम्प मेजर मथुप्पा एमएस ने पार्टिसिपेंट (Participants) की सराहना की. इसके अलावा उन्होंने उनकी हौसलाअफ़ज़ाई करते हुए कहा कि कमज़ोर ख्वातीन अपना सिलाई सेंटर खोल सकती हैं. जिसकी मदद से वे खुदमुख्तार बन सकती हैं. साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि इस तरह के प्रोग्राम से इंडियन आर्मी और मक़ामी लोगों के बीच रिश्ते मज़बूत होते हैं.
इसके अलावा कैंप में हिस्सा लेने वाली ख्वातीनों ने और पार्टिसिपेंट ने आर्मी की 19 राष्ट्रिय राइफल का शुक्रिया भी अदा किया.
अनंतनाग ज़िले के सुदूर गांव कपरान में रविवार को इंडियन आर्मी की 19 आरआर की जानिब से एक फ्री टेलरिंग कैम्प लगाया गया. दरअसल, आर्मी की 19 आरआर (Rashtriya Rifles) ने कमज़ोर बैकग्राउंड वाली ख्वातीन के लिए एक 7 दिनो का सिलाई कोर्स शुरू किया.
गौरतलब है कि इस कोर्स में हिस्से लेने वाली ख्वातीन को फ्री सिलाई मशीन और सिलाई का सामान तथा सर्टिफिकेट भी दिए गए. आर्मी की जानिब से कराए गए इस कोर्स में कुल 50 ख्वातीन ने हिस्सा लिया.
इस मौक़े पर कंपनी कमांडर कापरान आर्मी कैम्प मेजर मथुप्पा एमएस ने पार्टिसिपेंट (Participants) की सराहना की. इसके अलावा उन्होंने उनकी हौसलाअफ़ज़ाई करते हुए कहा कि कमज़ोर ख्वातीन अपना सिलाई सेंटर खोल सकती हैं. जिसकी मदद से वे खुदमुख्तार बन सकती हैं. साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि इस तरह के प्रोग्राम से इंडियन आर्मी और मक़ामी लोगों के बीच रिश्ते मज़बूत होते हैं.
इसके अलावा कैंप में हिस्सा लेने वाली ख्वातीनों ने और पार्टिसिपेंट ने आर्मी की 19 राष्ट्रिय राइफल का शुक्रिया भी अदा किया.