Jammu and Kashmir : देश के पूर्व वज़ीरे आज़म डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर 7 दिन के राष्ट्रीय शोक का एलान किया गया है. साथ ही, आज के सभी प्रोग्राम कैंसिल कर दिए गए हैं. गुरूवार देर रात मनमोहन सिंह का पार्थिव शरीर उनके घर लाया गया. आखिरी दर्शन के लिए उनके शरीर को यहां रखा जाएगा.
आपको बता दें कि मनमोहन सिंह की आख़िरी रुसूमात सरकारी एज़ाज़ के साथ अदा की जाएगी. कल 92 साल की उम्र में उनका निधन हो गया था. उन्होंने रात 9:51 बजे दिल्ली AIIMS में आखिरी सांस ली.
गौरतलब है कि साल 1991 से 1996 तक डॉ. मनमोहन सिंह भारत के वित्त मंत्र रहे थे. इस दौरान, उन्होंने मआशी इस्लाहात की एक जमा पॉलिसी लागू की, जिसे दुनिया भर में सराहा गया.
इन सुधारों ने भारत को आर्थिक संकट से उबार कर एक नई दिशा दी. डॉ. मनमोहन सिंह 1991 में पहली बार राज्यसभा के सदस्य बने. उन्होंने पांच बार असम की नुमाइंदगी की और 2019 में राजस्थान से राज्यसभा सदस्य बने. साल 1998 से 2004 तक जब बीजेपी सत्ता में थी. डॉ. सिंह राज्यसभा में अपोज़ीशन लीडर रहे...
साल 1999 में उन्होंने साउथ दिल्ली से लोकसभा चुनाव भी लड़ा लेकिन कामयाबी नहीं मिली. 2004 के आम चुनावों के बाद 22 मई को उन्हें भारत का पीएम नियुक्त किया गया. जिसके बाद, साल 2009 में उन्होंने एक बार फिर पीएम पद की शपथ ली और 2014 तक इस पद पर बने रहे...
बता दें कि डॉ. मनमोहन सिंह का जन्म 26 सितंबर 1932 को अनडिवाइडिड इंडिया के पंजाब प्रोविंस के एक गांव में हुआ था. मनमोहन सिंह की मौत पर पूरे मुल्क में ग़म की लहर है. बड़े सियासी लीडरान उन्हें श्रद्धांजलि पेश कर रहे हैं.
आज सुबह, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, जेपी नड्डा समेत कई बड़े नेताओं ने मनमोहन सिंह के आवास पर पहुंचे. जहां, उन्होंने डॉ. सिंह को पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी... वहीं, कांग्रेस की दिग्गज नेता सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी ने भी खिराजे अक़ीदत पेश किया.
डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर कांग्रेस पार्टी ने भी आने वाले सात दिनों तक अपने सभी कार्यक्रमों को रद्द कर दिया है...