Jammu Opposition Meeting: नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने मंगलवार को जम्मू में प्रदेशभर के विपक्षी दलों के साथ मिलकर एक बैठक की. इस बैठक में PDP प्रमुख महबूबा मुफ्ती, CPI(M) की तरफ से एमवाई तारिगामी, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष विकार रसूल वानी और रमन भल्ला समेत लगभग सभी विपक्षी दलों ने बैठक में शिरकत की.
आपको बता दें, मंगलवार को हुई ये बैठक कामयाब रही. जिसके के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में जम्मू-कश्मीर के दिग्गज नेता फारूक अब्दुल्ला ने बताया कि सभी विपक्षी दलों की इस बैठक में शामिल हुए नेताओं ने प्रदेश के मौजूदा हालातों पर बातचीत की. जिसके बाद, सभी नेताओं ने 10 अक्टूबर को सरकार के खिलाफ एक शांतिपूर्ण धरना-प्रदर्शन करने का फैसला किया है.
फारूक अब्दुल्ला का आरोप है कि मौजूदा वक्त में कश्मीर के जो हालात हैं वे काफी चिंताजनक हैं. उन्होंने कहा कि प्रदेश में संविधान को पूरी तरह से निलंबित किया जा चुका है. उन्होंने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, LG मनोज सिन्हा, देश के गृहमंत्री अमित शाह बार-बार ये दावा करते रहे हैं, कि प्रदेश के हालात बिल्कुल सामान्य हैं. अगर ऐसा है तो फिर अभी तक चुनाव क्यों नहीं हुए ?
वहीं, कांग्रेसी नेता विकार रसूल वानी का आरोप है कि भाजपा ने जम्मू-कश्मीर को देश का नंबर वन केंद्र शासित प्रदेश बनाने का दावा किया था. उनका आरोप है कि प्रदेश में शांति भंग है आतंकी हमलों से स्थानीय जनता डरी हुई है. प्रदेश में आतंकवादी हमले अभी भी जारी हैं.