वन रैंक वन पेंशन सहित अन्य मांगों को लेकर पूर्व सैनिकों ने अपने आवाज को सुनाने के लिए न्याय की ओर प्रयास किया है. हाल ही में कठुआ जिला मुख्यालय पर एक न्याय यात्रा का आयोजन किया गया, जिसमें सैनिकों के साथ ही वीर नारियों ने भी भाग लिया. उन्होंने अपनी मांगों को उजागर किया और केंद्र सरकार से न्याय के लिए अपील की.
सैन्य सेवा के बाद भी जिंदगी में संघर्ष करना पूर्व सैनिकों के लिए सामान्य हो गया है. वे अपनी सेवा का गर्व और सम्मान अपने साथ लेकर अब भी समाज की सेवा में लगे हुए हैं. लेकिन, उन्हें उनके अधिकारों के लिए लड़ना पड़ता है. वन रैंक वन पेंशन के मामले में भी यह समस्या सामने आ रही है.
एक्स सर्विसमैन वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष, मनोहर सिंह, ने इस मुद्दे पर बात करते हुए कहा कि," वन रैंक वन पेंशन सहित अन्य मुद्दों को लेकर नई दिल्ली में भी लगातार पूर्व सैनिक संघर्ष कर रहे हैं लेकिन उनकी मांगों पर सरकार गौर नहीं कर रही. इसके आगे उन्होंने कहा कि जिंदगी भर सेवा में देने के बाद अगर पूर्व सैनिकों को अपने हकों के लिए सड़कों पर उतना पड़े तो यह सही नहीं है उन्होंने कहा कि जब तक उनकी मांगों पर गौर नहीं किया जाता पूर्व सैनिक संघर्ष से पीछे नहीं हटेंगे.