Jammu and Kashmir : जम्मू-कश्मीर में देही इलाकों की महिलाएं भी सरकार की अलग-अलग स्कीमों से फायदा उठाने में मर्दों से पीछे नहीं है. इस हवाले से वजीर-ए-आजम की 'विकास भी विरासत भी', मुहिम का जम्मू कश्मीर में मुस्बत नतीजा सामने आ रहा है.
इसके तहत हैंडलूम एंड हैंडीक्राफ्ट डिपार्टमेंट की ओर से भदरवा में नुमाइश और जागरूकता प्रोग्राम का आयोजन किया गया. कोटली में आयोजित इस नुमाइश का उद्घाटन डिप्टी कमिश्नर हरविंदर सिंह और 4RR के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल योगेश चौहान ने किया.
प्रोग्राम में दो सौ से ज्यादा स्थानीय महिलाओं के हाथों से बनाई गई अलग-अलग चीजों की नुमाइश लगाई गई. इस मौके पर डिप्टी कमिश्नर ने दस्तकारों, बुनकरों और कारिगरों को सरकारी स्कीमों से फायदा उठाने की सलाह दी गई.
बता दें कि भदरवा में पेपरमाशी, टेरोकोटा और कोरा डब्का जैसे आर्ट की पुरानी रवायत है. डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि इस सेनअत की तरक्की से भदरवा के टूरिज्म को भी बढ़ावा मिलेगा.
वहीं, कर्नल चौहान ने इस सनअत में नए कारोबारियों की बढ़ती दिलचस्पी को हौसला अफज़ा पहल करार दिया. महिलाओं ने नुमाइश के आयोजन पर जिला इंतेजामिया और आर्मी का शुक्रिया अदा किया...