Jammu and Kashmir : हेल्थ डिपार्टमेंट और डोडा जिला इंतेजामिया ने भदरवा के थनाला में लैमेलर इचिथोसिस से ग्रस्त बच्चों के इलाज के लिए हर मुमकिन मदद मुहैया कराने का यकीन दिलाया है.
बता दें कि लैमेलर इचिथोसिस एक नायाब किस्म की स्किन डिजीज है. जो पैदाइश के बाद ही जाहिर होने लगती है. बढ़ती उम्र के साथ ही इसका दायरा बढ़ता जाता है. इस बीमारी से इंसान की ऊपरी स्किन, मछली की त्वचा की तरह हो जाती है.
गांव में रहने वाले अरशद बट के दो बेटे और एक बेटी इस बीमारी से पीड़ित हैं. लैमेलर इचिथोसिस का इलाके में ये पहला मामला है. डोडा और जम्मू के कई स्किन स्पेशलिस्ट भी बच्चों को देख चुके हैं लेकिन इलाज से अभी तक कोई फायदा नहीं हुआ.
वहीं, इलाज को लेकर आर्थिक बोझ बर्दाशत करने के अलावा अरशद गांव वालों की बेरूखी से भी परेशान हैं. डिप्टी कमिश्नर ने इलाज के लिए आर्थिक मदद के साथ ही गांव वालों से भी अरशद और उसके परिवार वालों के साथ हमदर्दी का रवैया अख्तियार करने की अपील की...