Jammu News: जम्मू-कश्मीर सरकार में कांग्रेस की तरफ ओर से दो बार मंत्री और दो कांग्रेस के सांसद रह चुके चौधरी लाल सिंह एक बार फिर बीजेपी में शामिल हो सकते है. इस बात की चर्चा राजनीतिक गलियारे में है. लाल सिंह इस वक्त तो कांग्रेस में नहीं है. बता दें कुछ साल से डोगरा स्वाभिमान संगठन पार्टी चला रहे हैं, जिसके संस्थापक वह खुद है. साल 2014 में कांग्रेस की तरफ से तीसरी बार लोकसभा क्षेत्र ऊधमपुर से उम्मीदवार न बनाए जाने पर नाराज होकर बीजेपी में शामिल हो गए थे. चौधरी लाल सिंह को कांग्रेस ने तीसरी बार लगातार टिकट न देकर उनकी जगह तब गुलाम नबी आजाद को पहली बार मैदान में उतारा था, तब उन्होंने गुलाम नबी आजाद के खिलाफ प्रचार किया था, जिसके वजह से गुलाम नबी आजाद कुछ वोटों के मतों के अंतर से हार गए थे.
बता दें उस वक्त लाल सिंह ने गृहमंत्री अमित शाह की मौजूदगी पर कठुआ में बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की थी. जिसके बाद चौधरी लाल सिंह बसोहली विस इलाके से बीजेपी की टिकट पर चुनाव लड़े और चुने गए, जिसमें बीजेपी ने भी लाल सिंह को प्रदेश में वन मंत्री बनाया, लेकिन साल 2017 में कठुआ मामले में लाल सिंह द्वारा अपनी ही पार्टी के बाहर जाकर मामले की सीबीआई जांच न कराने को लेकर तत्कालीन मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के खिलाफ आक्रामक हो गए. जिसके बाद उन्हें इस्तीफा देना पड़ा था.
जिसके बाद चौधरी लाल सिंह ने बीजेपी से भी अलग हो गए और फिर खुद की डोगरा स्वाभिमान संगठन की स्थापना की, जिसके बाद साल 2019 के लोकसभा चुनाव में लाल सिंह के संगठन को बुरी तरह से हार गई. इसके बाद लाल सिंह ईडी के मामले में फंस गए. जिसके बाद लाल सिंह को जेल जाना पड़ा था. लेकिन अब कोर्ट से लाल सिंह को स्थायी जमानत मिली है. जिसके बाद वह फिर से राजनीतिक गतिविधियां शुरू करने लगे है वहीं, कुछ महीनों में लोकसभा चुनाव है.
फरवरी में ही लाल सिंह बीजेपी में शामिल हो सकते हैं, इससे पहले 3 मार्च को शहीद दिवस के दिन शामिल होने की चर्चा चल रही थी. लेकिन बीजेपी के नेता और लाल सिंह की पार्टी के नेता बीजेपी में शामिल होने की अभी चल रही हैं, लेकिन इस बात की पूरी तरह से पुष्टि नहीं हो पाई है. चौधरी लाल सिंह बीजेपी में शामिल होगे या नही.