जहां एक तरफ केन्द्र सरकार आर्टिकल 370 के खत्म किए जाने के बाद से लगातार प्रदेश में हो रहे विकास कार्यों को लेकर अपनी पीठ थपथपा रही है तो वहीं जम्मू कश्मीर की सियासत में नई नई उतरी आजाद पार्टी केन्द्र सरकार के तमाम दावों को धता बताते हुए अनगिनत समस्याओं को लेकर सरकार के खिलाफ जम्मू में प्रदर्शन कर रही है। जम्मू में डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन के दौरान केंद्र सरकार पर तीखा हमला किया है।
जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने के बाद से यहां के लोगों को लगातार आ रही दिक्कतों के खिलाफ जम्मू में डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी के कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया। पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जम्मू में प्रदर्शन मार्च निकाला और केंद्र सरकार पर जम्मू कश्मीर के लोगों को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया। प्रदर्शन के दौरान केन्द्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कार्यकर्ताओं ने कहा कि जम्मू कश्मीर को उसका हक नहीं मिल रहा है, आवाम परेशान है हर दिन नई चुनौतियां और समस्याएं लोगों के सामने खड़ी होती है लेकिन एल जी साहब किसी भी तरह की कोई सुनवाई नहीं करते हैं।
मंडल आयुक्त के दफ्तर का किया घेराव
पार्टी ने आरोप लगाया कि जम्मू में गरीबों को राशन मिलना बंद हो गया है और इसके साथ ही जम्मू के लोगों पर प्रॉपर्टी टैक्स लगाकर सरकार ने लोगों को परेशान किया है। इन मांगों सहित कई अन्य मांगों को लेकर लगातार पार्टी के कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी की और जम्मू में मंडल आयुक्त के दफ्तर का घेराव किया। पार्टी के कार्यकर्ताओं ने चेतावनी दी है कि अगर सरकार जल्द ही जम्मू के लोगों को आ रही परेशानियों का निवारण नहीं करती है तो वह अपने इस प्रदर्शन को जिला स्तर पर ले जाएंगे। इसके अलावा सरकार की नाकामियों की जानकारी आवाम को देने के लिए जनसम्पर्क अभियान भी चलायेंगे। जम्मू कश्मीर में राशन, बिजली बिल, सीयूइटी एग्याज और महंगाई के मुद्दे पर आजाद पार्टी के कार्यकर्ताओं ने मंडल आयुक्त के ऑफिस का घेराव करने के साथ ही उन्हें एक विरोधपूर्ण ज्ञापन भी सौंपा।
आजाद ने कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद बनाई पार्टी
डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आज़ाद पार्टी जम्मू और कश्मीर में गुलाम नबी आजाद की बनाई गई एक भारतीय राजनीतिक पार्टी है। जम्मू और कश्मीर में पार्टी के शीर्ष तीन एजेंडे पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल करना, भूमि का अधिकार और मूल निवासियों को रोजगार देना है। वहीं पार्टी की विचारधारा महात्मा गांधी के आदर्शों पर आधारित है।
26 अगस्त 2022 को, आजाद ने शीर्ष नेतृत्व, विशेष रूप से राहुल गांधी पर तीखा हमला करने के बाद एक सार्वजनिक पत्र में कांग्रेस पार्टी से अपने इस्तीफे की घोषणा की थी। 4 सितंबर 2022 को आजाद ने कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद एक नए राजनीतिक दल के गठन की घोषणा की और 26 सितंबर 2022 को, आजाद ने डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी के रूप में अपनी पार्टी लॉन्च की थी। तब से लगातार आवाम के मिसाइल और उनके हक की आवाज उठाने का काम आजाद पार्टी लगातार कर रही है। kip