Jammu and Kashmir : बांदीपोरा जिला इन्तेजामिया ने एशिया की दूसरी सबसे बड़ी झील- वुलर झील के आसपास के 30 गांवो को गोद लिया है. दरअसल, जिला इन्तेजामिया की सॉलिड वेस्ट मैनेजमेन्ट टीम ने ये कदम वुलर में कचरा जाने से बचाने के लिए और उसे पूरी तरह से साफ रखने के लिए उठाया है.
बता दें , वुलर मीठे पानी की सबसे बड़ी झीलों में सूमार है. ऐसे में कुदरत के इसे सबसे बड़े तोहफे के तौर पर नवाजें गए वुलर में गन्दगी जाने का सिलसिला काफी दिनों से चलता आ रहा था. यहां आने वाले टूरिस्ट यहां पर गन्दगी छोड़ कर चले जाया करते थे. जिससे झील को काफी नुकसान हो रहा था.
यूं तो पृथ्वी पर पानी बहुत है लेकिन पीने के पानी की मात्रा महज 1.2 फीसदी बचा है . ऐसे में अगर हम यूं ही पानी बर्बाद करते रहेंगे तो पीने का पानी नहीं बचेगा.
ऐसे में , वुलर कंजर्वेशन एंड मैनेजमेंट अथॉरिटी के एक अफसर ने बताया कि डिपार्टमेन्ट ने अब तक सॉलिड वेस्ट मैनेजमेन्ट के लिए पायलट बेस पर 30 में से तीन गांवों को अपनाया है. वे तीन गांव हैं, सदरकूट पाईन ज़ुर्मनज़ेई और गरुरा. हालांकि, अफसरान एक और गांव जोड़ने पर विचार कर रहे हैं .