Indian Ocean: हिंद महासागर में आ रहे मालवाहक जहाज़ पर हुए हमले को लेकर अमेरिका दावा है कि यह हमला ईरानी ड्रोन (Drone attack on cargo vessel) से हुआ था. दावा है कि जहाज पर हमला हुआ था और उस वक्त यह जहाज अमेरिका के साथ राब्ते में था. वहीं, इस हमले को लेकर ईरान ने अमेरिकी इल्ज़ाम से इनकार किया है.
ईरान के नायब वज़ीरे ख़ारजा अली बघेरी ने कहा कि हूती बाग़ी अपने फ़ैसले खुद लेते हैं. उनके पास अपने हथियार हैं. इसमें हमारी कोई रोल नहीं है.
दरअसल, अरब सागर में करीब 217 समुद्री मील दूर पोरबंदर तट पर एक व्यापारिक जहाज़ संदिग्ध ड्रोन से हमला हुआ था. जहाज़ चलाने वाले दस्ते में 21 हिंदुस्तानी शामिल थे लेकिन हमले में किसी के ज़ख़्मी होने की खबर नहीं है. हिंदुस्तानी फौज के ज़राए और एक समुद्री सेक्योरिटी एजेंसी ने यह जानकारी दी थी.
'यूनाइटेड किंगडम मैरीटाइम ट्रेड ऑपरेशंस' यानी (UKMTO) के ज़रिए वारदात की इत्तेला दिए जाने के बाद नेवी के P-8I समुद्री गश्ती जहाज़ और उसके कैप्टन की सेक्योरिटी के लिए तैनात किया गया.
ब्रिटेन की रॉयल नेवी (Britain's Royal Navy) के मातेहत काम करने वाली UKMTO ने कहा कि उसे एक जहाज पर ड्रोन हमले की रिपोर्ट मिली है जिससे धमाका हुआ और आग लग गई.
संदिग्ध ड्रोन से हुआ था हिन्दुस्तानी ऑयल टैंकर पर हमला. भारतीय नौसेना के जहाज ने दी सुरक्षा. जहाज में लग गई थी आग. जहाज पर हमले को अमेरिका ने बताया ईरान की साजिश. अमेरिकी के इल्ज़ाम पर ईरान का पलटवार. हूती बाग़ी अपने फ़ैसले ख़ुद लेते हैं: ईरान.