Indian Army in Siachen Glacier: लद्दाख के सियाचिन के हाड़ जमा देने वाले बर्फीले मौसम में तैनात एक अग्निवीर की जान चली गई. दुनिया के सबसे ऊंचे युद्ध क्षेत्र सियाचिन के बर्फीले पहाड़ों पर तैनात अग्निवीर गवाते अक्षय लक्ष्मण शहीद हो गए. अग्निवीर गावते का ये देश की रक्षा में सर्वोच्च बलिदान है. लेह में मौजूद भारतीय सेना की फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स ने अग्निवीर गवाते की शहादत की जानकारी दी है. वहीं, सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे और सेना के सभी रैंक के अधिकारियों ने अग्निवीर गवते अक्षय लक्ष्मण के शहीद होने पर शोक जताया है.
आपको बात दें कि बीते लगभग 9 महीनों से सियाचिन में ड्यूटी कर रहे गवाते की हार्ट अटैक के चलते मृत्यु हो गई. हालांकि उनका इलाज किया जा रहा था लेकिन उन्हें बचाया न जा सका.
फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स ने बताया, "सेना ने सभी रैंक के अधिकारी कठिन ऊंचाइयों पर तैनात अग्निवीर (ऑपरेटर) गवाते अक्षय लक्ष्मण के सर्वोच्च बलिदान को सलाम करते हैं. उनके परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं. इस दुख की घड़ी में सेना परिवार के साथ है." गौरतलब है कि काराकोरम पर्वत श्रृंख्ला में लगभग 20 हजार फीट की ऊंचाई पर मौजूद सियाचिन ग्लेशियर दुनिया का सबसे ऊंचा युद्धक्षेत्र है. यहां पहरा दे रहे भारतीय सैनिकों को विपरीत परिस्थितियों में तेज और हाड़ जमा देने वाली शीत हवाओं का सामना करना पड़ता है.