जम्मू : जम्मू कश्मीर में टैलेन्ट कोई कमी नहीं है यहां का युवा देश के सभी राज्यों के युवाओं के साथ कंधे से कंधे मिलाकर खड़े होने के साथ ही कई मायनों में अन्य राज्यों के मुकाबले आगे भी है। असामान्य परिस्थितियों का कश्मीर के युवाओं पर कोई असर नहीं होता है और वो अपने जीवन को जीने में किसी भी तरह की कोई कमी नहीं छोड़ते है।
ऐसे ही जम्मू के एक टैलेन्ट से हम आपको रूबरू करवा रहे है जिसने अपने टैलेन्ट के दम पर अपना नाम खड़ा किया है। संयम पंडोह जो सोशल मीडिया स्टार होने के साथ ही कॉमेडी किंग भी कहलाते है इनकी एक्टिंग को आज पूरा जम्मू कश्मीर कॉपी करता है। संयम की सबसे बड़ी खासियत ये है कि वो लोकल लेंगवैज में ही अपना कंटेट सोशल मीडिया पर डालते है जिसे लोगों द्वारा काफी पसन्द किया जाता है।
संयम से बातचीत करने पर उन्होंने बताया कि उनका सफर काफी संघर्ष भरा रहा है, उन्हें कॉलेज के समय से ही एक्टिंग का बहुत शौक था। वो अपने इस शौक के बारे में बताते हुए कहते है कि वो राह चलते हुए, लोगों से बातचीत करते हुए हर चीज में एक्टिंग करने का प्रयास करते रहते और इस दौरान लोगों की मिलने वाली सराहना के कारण उनका मनोबल खुब बढ़ा।
टूटे मोबाइल से बनाया वीडियो 14 लाख लोगों ने देखा
संयम बताते है कि वो मनोरंजन के लिए सबसे पहले अपने टीचरों की नकल उतारने का काम करने लगे जिसे उनके साथी दोस्तों द्वारा खुब पसन्द किया गया। फिर वो अपने इस हूनर को कंटेट की शक्ल में सोशल मीडिया में डालने लगे। शुरूआत में कम लाइकस आये लेकिन धीरे धीरे चैनल ने ऐसी रफ्तार पकड़ी की तरक्की पर तरक्की होने लगी।
जनता से जुड़े मुद्दों पर हास्य वीडियो बनाए, जिन्हें आम लोगो से लेकर बड़ी हस्तियों ने भी पसंद किया। संयम ने कहा कि टूटे मोबाइल फोन से जम्मू दी मेटाडोर पर बनाई कॉमेडी वीडियो को यूट्यूब पर 14 लाख लोगों ने देखा। संयम के अनुसार उनके वीडियो को औसत 10 लाख लोग देखते हैं। उन्हें यूट्यूब पर लगातार सक्रियता के लिए सिल्वर बटन भी मिला है। संयम कहते हैं कि कंटेट अच्छा होगा, तो पहचान जरूर मिलेगी।
संयम की एक्टिंग का लोहा डॉ. फारूख अब्दुला ने भी माना
डोगरी भाषा में बनाए एक विडियो से डॉ. फारूख अब्दुला काफी मूतासिर हुए और उन्होंने संयम पंड़ोह से मिलने का मन बना लिया। संयम के एक्टिंग टैलेन्ट का डॉ. फारूख अब्दुला ने बहुत ही स्वागत किया।
डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने अभिनेता संयम पंडोह के आवास का दौरा किया और उनके काम और कॉमेडी वीडियो की सराहना की, जो वह दर्शकों के मनोरंजन और डोगरी भाषा को बढ़ावा देने के लिए बना रहे हैं।
संयम पंडोह ने कहा कि ये उनके लिए गर्व की बात है कि इतने महान विभूतियों ने मुझे अपने आशीर्वाद से प्रोत्साहित किया है और मेरे काम की सराहना की है।
संयम पंडोह ने डॉ. फारूक अब्दुल्ला से ये रिकवेस्ट किया कि जम्मू में फिल्म इंडस्ट्री की स्थापना के समर्थन में आवाज उठाएं ताकि जम्मू-कश्मीर के सभी हूनरमन्द कलाकारों को उनके हूनर और संबंधित कला क्षेत्रों के अनुसार काम मिले और उनकी टैलेन्ट बर्बाद न हो।
संयम ने कहा कि जम्मू में फिल्म इंडस्ट्री की स्थापना हमारी जरूरत है क्योंकि जम्मू-कश्मीर में कई प्रतिभाशाली कलाकार हैं लेकिन उनकी प्रतिभा को प्रदर्शित करने के लिए कोई उचित मंच नहीं है इसलिए उन्हें मुंबई का रुख करना पड़ता है।
उन्होंने यह भी कहा कि जम्मू-कश्मीर में फिल्म इंडस्ट्री की स्थापना से कई बेरोजगार युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे जिससे जम्मू-कश्मीर में बेरोजगारी दर अपने आप कम हो जाएगी।