श्रीनगर को उसकी खूबसूरती, सुकून भरी झीलों और बर्फ से ढके पहाड़ों के लिए सब जानते है,
बॉलीवुड फिल्मों में कश्मीर को अक्सर मंफ़ी तज्वीज़ की तरह दिखाया गया है,अपने लोगों और कल्चर को एक डरावनी तस्वीर दिखाई है,
तारिक भट, जो खुद एक कश्मीरी हैं,जिन्होंने अपनी पहली फिल्म "Welcome to Kashmir" के ज़रिये से कश्मीर की असलियत, मुस्बत पहलु दिखने ज़िम्मेदारी ली है,
एक ऐसी दुनिया जो अक्सर सच्चाई को छिपाती है, भट कश्मीरी लोगों और उनकी सक़ाफ़त और असलियत को दिखने की हिम्मत कर रहे है,अपनी पहली फिल्म के साथ, भट नाज़रीन को कश्मीर के ज़रिये से एक नए सफर पर ले जाना चाहते हैं,
जहां ज़मीन की खूबसूरती सिर्फ अपनी आवाम की सादगी और अच्छेपन से आगे निकल जाती है
भट ने फिल्म के पोस्टर रिलीज के दौरान फिल्म के बारे में इमोशनल होकर बात की कश्मीर इसकी अहमियत का पैगाम दिया ,
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि फिल्म निर्देशन के साथ साथ सभी कश्मीरी अदाकारों की एक टीम बनाने की कोशिश है, एडिटर, अदाकार, गायक और वीएफएक्स आर्टिस्ट, जो कश्मीर की हक़ीक़ी तस्वीर पेश करने के लिए एक साथ आए है
काफी लंबे वक़्त से, बॉलीवुड फिल्मों ने कश्मीरी लोगों को खलनायक की शक्ल में बनाए रखा है, तारिक भट की ये फिल्म "Welcome to Kashmir" ताजी हवा का झोंका हो सकती है,
भट का मकसद अपनी फिल्म के ज़रिये कश्मीर की मुस्बत पहलु पेश करके इसे बदलना है,उनका मानना है कि जहां बॉलीवुड ने कश्मीर में सैकड़ों करोड़ की फिल्मों की शूटिंग की है, उनमें से किसी ने भी कश्मीर की असलियत और मुस्बत पहलु को नहीं दिखाया है, भट ने कहा कि उनकी फिल्म कश्मीर के ज़रूरी मुद्दों पर नज़र डालती है और जम्मू-कश्मीर में पुलिस के असली चेहरे को दिखने की कोशिश की गई है
फिल्म उन युवाओं के बिगड़े हालत को भी सामने लाएगी जो अक्सर ड्रग्स में शामिल रहते है, नाज़रीन को एक मजबूत पैगाम भेज रहा है, उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के हंदवाड़ा इलाके की रहने वाली 23 साल की मतीना राजपूत ने फिल्म में लीड रोल में है , उन्होंने इस तजुर्बे को एक परिवार के साथ काम करने से नापा है, जो टीम की डेडिकेशन को दिखाती है
वही कश्मीर के ही 25 साल के अहमद शहाब भी लीड रोल में हैं, मैं पहले भी साउथ इंडियन फिल्मों में काम कर चुका हूं, हालांकि, लोकल टीम के साथ काम करने से मुझे अपने परिवार के साथ काम करने जैसा महसूस हुआ
कश्मीरी फनकार इश्फाक कावा ने फिल्म के लिए एक पूरा कश्मीरी गीत तैयार किया है, कुछ ऐसा जो अक्सर बॉलीवुड फिल्मों में देखने को नहीं मिलता है, निर्देशक ने कहा कि फिल्म की कोशिश है कश्मीरी कल्चर को बढ़ावा देना और दुनिया के आगे इसकी खूबसूरती को पेश करना है।
तरिक के मुताबिक "Welcome to Kashmir" सिर्फ एक फिल्म नहीं थी, बल्कि कश्मीर के लोगों के लिए उम्मीद का पैगाम है......