Vitamins and Nutritions: ख़ासतौर पर नॉनवेज, अंडे, दूध और पनीर से ही मिलने वाला विटामिन B-12 इंसानी शरीर के लिए जरूरी पोषक तत्व है. विटामिन B-12 ही रक्त में मौजूद लाल रक्त कोशिकाओं को बनाने में काम आती हैं. इन रक्त कोशिकाओं की ही वजह से शरीर में मौजूद ऑक्सीजन हर एक अंग तक पहुंचती है. आमतौर पर विटामिन B-12 न्यू्ट्रीशनल फूड्स में पाया जाता है. विटामिन B-12 की कमी से बन सकती हैं खतरनाक बीमारियां. B-12 की कमी का वक्त पर इलाज न मिलने पर उसके डेली रुटीन के कामों और गतिविधियों पर भी असर पड़ता है. इसकी कमी से डायबिटीज, हार्ट फेल, कैंसर और गठिया जैसी खतरनाक बीमारियों को भी जन्म दे सकती है.
ब्रिटेने की एक प्राइवेट संस्थान Express.co.uk से विटामिन B-12 पर बातचीत करते हुए, लंदन की द प्राइवेट जीपी ग्रुप के सीनियर डॉक्टर जेरेमी हैरिस ने इसपर जानकारी दी. डॉ. जेरेमी हैरिस ने बताया कि विटामिन B-12 की ही कमी से हाथ और पैरों झनझनाहट या इनका सुन्न हो जाते हैं. डॉ. हैरिस के मुताबिक विटामिन बी12 की कमी होने पर शरीर में सुस्ती, थकान, सिरदर्द, सांस लेने में मुश्किल और बेहोशी महसूस होना आदि आम बात है. यही इसके सबसे बड़े लक्षण हैं.
क्यों होती है हाथ-पैरों में झुनझुनी?
विटामिन की कमी से हाथ पैर के सुन्न हो जाने पर डॉ. हैरिस ने कहा, "विटामिन बी 12 नर्व्स के स्वास्थ्य को सही रखने के लिए जरूरी है क्योंकि यह माइलिन के प्रोडक्शन में अहम भूमिका निभाता है जो नर्व्स के चारों ओर एक प्रोटेक्शन लेयर है. जब विटामिन बी12 कम होता है तो यह प्रोटेक्शन कमजोर हो सकती है जिससे नर्व की लेयर डैमेज हो जाती है जिससे हाथ-पैर में झुनझुनी होने लगती है.
विटामिन B-12 की कमी से कैसे बचें?
विटामिन B-12 की कमी से बचने का सबसे बेहतर तरीका, पोषक तत्तवों का ज्यादा से ज्याद मात्रा में ग्रहण करना. शरीर की सारी विटामिन जरूरतों को पूरा करने के लिए आप आवश्यक मात्रा में B-12 युक्त खाद्य सामग्री का इस्तेमाल करें. आपको बता दें कि हमारा शरीर खुद से विटामिन B-12 नहीं बनाता, इसलिए इसे केवल और केवल धूप और भोजन से ही पाया जा सकता है. यदि आप भी विटामिन B-12 की कमी झेल रहे हैं तो मछली, मांस, अंडे, दूध, घी और बाकि दूसे डेयरी प्रोडक्ट के जरिए इसे पूरा कर सकते हैं.
ये हैं B-12 की कमी के कुछ लक्षण :-
- सिर दर्द
- तेजी से सांस लेना या सांस लेने में तकलीफ होना
- अपच
- धड़कन
- भूख में कमी
- आंखों की समस्याएं
- दस्त
- कमजोरी या थकान महसूस होना
- घाव या लाल जीभ, मुंह में छाले
- डिमेंशिया
- मांसपेशियों में कमजोरी
नोट:- यदि आप ऐसे किसी लक्षण को महसूस कर रहे हैं तो वक्त रहते डॉक्टर से लें सलाह.