कुलगाम : जम्मू कश्मीर का नाम जैसे ही आता है तो लोगों के मन में जो पहली तस्वीर होती है वो हसीन वादियों और खुबसुरत नजारों की होती है लेकिन एक भयानक तस्वीर जो कई सालों से कश्मीर के ऊपर मानों चिपक सी गयी है जिसे हटाने को लेकर सरकार लगातार काम कर रही है वो है दहशतगर्दी । लेकिन इस तरह के नेगेटिव माहौल में भी पॉजटीव ख़बर ये है कि दक्षिण कश्मीर के आतंकवाद ग्रस्त कुलगाम जिला के दमहाल हांजीपोरा इलाके के वाटू गांव के एक इमाम की दो बेटियों ने नीट-अंडर ग्रेजुएट परीक्षा पास की है।
नीट के एग्जाम पास करने वाली इन दो जुड़वा बहनों ने लोगों को हैरान कर दिया है जिसकों भी इस बात की खबर मिल रही है वो काफी खुश होने के साथ ही उनके पड़ोसी और रिश्तेदार होने पर गर्व महसूस कर रहा है। लगातार संघर्ष करने वाली इन दोनों बहनों के पिता इमाम है। सबसे ज्यादा हैरानी की बात ये है कि इन दोनों बहनों ने पहले ही प्रयास में नीट एग्जाम को निकाल कर अपनी काबलियत को साबित कर दिया है।
सैयद बिस्मा ने नीट परीक्षा में 625 और सैयद साबिया ने 570 अंक हासिल किए हैं। इन दोनों जुड़वा बेटियों ने अपनी कामयाबी के सफर का श्रेय अपने अभिभावकों के सहयोग को दिया है। साबिया का कहना है कि बचपन से ही हमें पढ़ाई के लिए जिस चीज की जरूरत हुई, हमें उपलब्ध करवाया गई। हमारे पिता ने हमें किसी भी तरह की कोई कमी कभी महसूस नहीं होने दी। पिता के संघर्ष को उन दोनों बहनों ने बड़े ही नजदीक से देखा था तभी से दोनों ने मन में ठान लिया था कि वो कैसे भी करके नीट के एग्जाम को पहले ही प्रयास में निकाल लेंगे।
इंटरनेट की मदद ले सकते हैं- साबिया
हमारे अभिभावकों ने हमारे लिए बहुत बड़ा काम किया है। साबिया ने कहा कि नीट परीक्षा पास करने के लिए आपको कड़ी मेहनत और पूरा ध्यान उसी पर केंद्रित करना होता है पहले आपको अपने पढ़ाई के स्तर को जांचना होता है और फिर अपनी कमजोरियों की पहचान करनी होती है। आप अपनी कमजोरियों को दूर करने के लिए अध्यापकों से विचार विमर्श कर सकते हो और इंटरनेट की मदद ले सकते हो। कश्मीर में इंटरनेट की सुविधा कम है और अगर है भी तो कई दिनों तक वो प्रभावित रहती है लेकिन अगर एजुकेशन को बेहतरीन तरीकों से जानना है तो इंटरनेट की मदद लेना जरूरी है।
बच्चो को देने चाहिए अच्छे अवसर
उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को जरूरी पुस्तकें और टॉपिक की तैयारी परीक्षा के आखिरी दिनों में करनी चाहिए। इमाम ने कहा कि बेटियों को सहयोग देने के लिए मैने काफी संघर्ष किया है। उन्होंने कहा कि मेहनत करके इस मुकाम को हासिल किया है। मेरी सलाह है कि हर अभिभावक को अपने बच्चों को बेहतर अवसर प्रदान करने चाहिए ताकि उनका भविष्य उज्ज्वल हो।