Sheikh Noor-ud-din Noorani : 9वीं क्लास के सिलेबस से नूरुद्दीन नूरानी की ज़िंदगी पर चैप्टर हटाने से घाटी में हंगामा !

Written By Vipul Pal Last Updated: Dec 20, 2024, 07:15 PM IST

Jammu and Kashmir : जम्मू-कश्मीर में 9वीं क्लास के सिलेबब से सूफ़ी संत शेख़ नूरुद्दीन नूरानी की ज़िंदगी पर चैप्टर हटाए जाने को लेकर बवाल खड़ा हो गया है. CPI(M) और पीपुल्स कॉन्फ्रेंस ने इसके लिए जम्मू और कश्मीर बोर्ड ऑफ़ स्कूल एजुकेशन की कड़ी निंदा की है. पूर्व मंत्री सज्जाद गनी लोन ने इसे सक़ाफ़ती दहशतगर्दी क़रार दिया है... 

बता दें कि पूर्व मंत्री ने एक्स पर पोस्ट में लिखा की शेख़ नूरुद्दीन नूरानी की तालीमात, तशद्दुद, लालच और नफ़रत से भरे इस मुश्किल दौर में उम्मीद की किरण है. 

वहीं, एक्स पर पोस्ट के ज़रिए CPI(M) MLA तारिगामी ने CM उमर अब्दुल्ला से इस चैप्टर को बहाल करने को यक़ीनी बनाने के लिए मदाख़लत की अपील की है... तारिगामी ने लिखा, सूफ़ी रिवायत से जुड़े मआशरे के लिए ये नाक़ाबिल ए क़ुबूल है. 

ऐसे में, इसके जवाब में CM उमर अब्दुल्ला ने अवाम को ये यक़ीन दिलाया है कि क्लास 9 की अंग्रेज़ी के सिलेबस से कश्मीरी सूफ़ी संत शेख-उल-आलम पर चैप्टर नहीं हटाया जाएगा. उधर, नेशनल कान्फ्रेंस के स्पीकर तंवीर सादिक़ ने भी इस मामले पर कहा कि किताबों से संत शेख़ नूरुद्दीन नूरानी के बाब को नहीं हटाया जाएगा... 

उन्होंने बताया कि रियासती एजुकेशन मिनिस्टर ने संबंधित अधिकारियों से इस मसले को दुरुस्त करने को कहा है. वज़ीर तालीम ने अफ़सरान को किताबों के pdf वर्जन में किसी भी ग़लती या मिस-प्रिंट को फ़ौरी तौर पर दुरुस्त करने की हिदायत दी है... 

आपको बता दें कि, शेख उल आलम के नाम से मशहूर शेख नूरूद्दीन नरूरानी को नंद ऋषि सिलसिला का बानी भी कहा जाता है. उन्हे अलमदार ए कश्मीर भी कहा जाता है. इस्लाम की इशाअत,  दीन की तब्लीग और तसव्वुफ में उन्हे काफी  बुलंद मकाम हासिल है...