Heart Attack Symptoms: आज के दौर में हॉर्ट अटैक आना तो मानो आम बात हो गई है. बड़े-बढ़ों को तो छोड़ों आज के नौजवानों को भी हो रही हैं दिल से संबंधी गंभीर बीमारिया. ऐसा माना जाता है कि कुछ वक्त पहले तक हार्ट अटैक जैसी घातक बीमारियां सिर्फ बड़े-बुजुर्गों की ही होती थी. लेकिन आज के दौर में 30 से 40 साल के नौजवान भी इसकी चपेट में आ रहे हैं. बीते कुछ सालों में युवाओं में हॉर्ट अटैक और ऐसी ही दिल से संबंधित बीमरियों के मामलों में उछाल आया है. ऐसे में देश और दुनिया के तमाम नौजवान युवक अपनी जान गंवा रहे हैं. तो चलिए पता करते हैं आखिर क्यों बढ़ रहा है दिल के दौरे का खतरा?
अधिक मोटापा-
आजकल देश में मोटे लोगों का देखा जाना आम हो गया है. अगर आप बचपने से ही मोटे हैं तो इसमें कोई समस्या नहीं है. लेकिन अगर आपका वेट जरूरत से ज्यादा है और आप काम करने में बहुत जल्दी थक जाते हैं. इसका मतलब है कि आप आप अपने शरीर से जरूरत के मुताबिक काम नहीं ले रहे हैं. इसके अलावा आपकी डाइट में भी कमी है. अगर ऐसा है तो जल्द से जल्द अपने मोटापे को कम करने के लिए जरूरी कदम उठाएं.
डायबिटीज-
आजकल दिल के दौरे के मरीजों में एक कॉमन बीमारी देखने को मिल रही है वो है डायबिटीज. दिल का दौरा पड़ने के मामले में डायबिटीज के मरीजों को आम इंसान के मुकाबले 4 गुना ज्यादा संभावनाएं हैं. क्योंकि इस बीमारी के चलते आपका कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर नियंत्रित नहीं रहता.
जिम-
आज कल बहुत सी ऐसी ख़बरें आ रहीं है जिनमें जिम करते वक्त किसी युवा को हार्ट अटैक आ जाता है और उसकी जान चली जाती है. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि बहुत से युवा बिना किसी ठीक रुटीन के एक्सरसाइज करते हैं. जिसमें वे कई बार जरूरत से ज्यादा एक्सरसाइज या वजन उठाते हैं. ऐसे में शरीर पर पड़ने वाला अत्याधिक दबाव और गलत सप्लीमेंट का सेवन हॉर्ट अटैक जैसी बीमारियों को दावत देता है.
स्मोकिंग-
जो लोग जरूरत से ज्यादा स्मॉकिंग करते हैं उन्हें शारीरिक बीमारियां होने के खतरे हमेशा बने रहते हैं. ऐसे में ज्यादा स्मोकिंग भी युवाओं में हार्ट अटैक के खतरों को बढ़ावा देती है. कुछ रिसर्च के मुताबिक दिन में एक पैक से ज्यादा धूम्रपान करना दिल का दौरा पड़ने के खतरे को दोगुना तक बढ़ा देता है.
Disclaimer: इस लेख में दी गई सूचनाएं और जानकारियां सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं. Kesar TV इनकी कोई पुष्टि नहीं करता. इन सुझावों पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञों और डॉक्टरों से संपर्क जरूर करें.