जम्मू-कश्मीर: हॉलीवुड में ऑस्कर अवॉर्ड देने वाली, एकेडमी ऑफ मोशन पिक्चर आर्ट्स एंड साइंसेज ने एकेडमी गोल्ड राइजिंग प्रोग्राम 2023 के लिए जम्मू-कश्मीर के शोएब शॉल को चुना गया है।
प्रोग्राम के लिए दुनिया भर से हज़ारों की तादाद में फॉर्म भरे गए। और एकेडमी उन हजारों जुनूनी, क़ाबिल और हुनरमंद नौजवानों में से गिनती के जिन लोगों को चुना है। उनमें शोएब शॉल भी शामिल हैं।
एकेडमी ऑफ मोशन पिक्चर आर्ट्स एंड साइंसेज एक पेशेवर और जानामाना संगठन है। जो फिल्मों में फन और साइंस को दूर तक ले जाना चाहता है।
गोल्ड राइजिंग प्रोग्राम के दौरान शोएब शॉल को एंटरटेनमेंट की फील्ड में मजबूत नेटवर्किंग, बेहतरीन ग्रोथ और आगे बढ़ने मौके मिलेगा। जिनका वे बख़ूबी फ़ायदा उठा सकेंगे।
हॉलीवुड ने लिखा लेटर
एकेडमी उन्हें लिखती है कि "हॉलीवुड में आपका स्वागत है"। एकेडमी गोल्ड राइजिंग टीम ने शोएब शॉल को एक लेटर में लिखा कि "उनके शानदार हुनर, मजबूत इरादों और जुनून के बदौलत, उन्हें फिल्म और एंटरटेन्मेंट की दुनिया के मौजूदा और आने वाले लीडर्स के इस जानेमाने और बहतरीन नेटवर्क में शामिल होने के लिए चुना गया है।"
आर्ट और फिल्म के लिए अपनी चाहत और जुनून को आगे बढ़ाते हुए, शोएब ने हाल ही में कैलिफोर्निया के लॉस एंजिल्स में न्यूयॉर्क फिल्म अकादमी (NYFA) से ग्रैजुएशन की डिग्री हांसिल की है। और इस दौरान उन्होंने कई प्रोजेक्ट्स में बतौर प्रोडक्शन डिजाइनर और डायरेक्टर के तौर पर काम किया।
पहले भी दिखा चुके हैं क़माल
शोएब के पेरेंट्स जम्मू के राजौरी से हैं। शुरुआत से ही शोएब का बचपन जम्मू और देहरादून में बीता है। देहरादून से पढ़ाई पूरी करने के बाद शोएब लॉस एंजिल्स की न्यूयॉर्क फिल्म अकादमी में पढ़ने चले गए।
देहरादून में पढ़ाई के दौरान शोएब को उनकी कारकरदगी के लिए साल 2019 में 'सर्वश्रेष्ठ युवा कलाकार' के अवार्ड से नवाज़ा गया। शिमला के इस इंटरनेशनल आर्ट एग्ज़ीबिशन में अपनी कलाकारी और हुनर के जरिए शोएब ख़ूब मशहूर हुए।
FTII Pune से ले चुके हैं ट्रेनिंग
फिल्म मेंकिंग और फोटोग्राफी के शौकीन शोएब, फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया, पुणे से ट्रेनिंग वर्कशॉप कर चुके हैं। स्कूल में बेहतरीन प्रदर्शन के अलावा शोएब ने पेंटिंग, फोटोग्राफी, डॉक्यूमेंट्री, स्पोर्ट्स और एथलेटिक्स में भी कई ख़िताब जीते हैं।
जम्मू-कश्मीर की आवाज़ बनना चाहते हैं शोएब
अपने डायरेक्शन, सिनेमैटोग्राफी, प्रोडक्शन डिजाइनिंग, स्क्रिप्ट लिखने में शानदार हुनर के जरिए, शोएब जम्मू-कश्मीर की अनजानी और अनसुनी संस्कृति की आवाज़ बनना चाहते हैं। वो अपनी कला और फिल्मों के जरिए इसे दुनिया के सामने पेश करना चाहते हैं।
शोएब कहते हैं कि “मैं इस क्मयूनिटी का हिस्सा बनने पर बेहद ख़ुश हूं, जहां मेरे आस-पास इंडस्ट्री के तज़ुर्बेकार मेंटोर्स और सिनेमा के आने वाले कल, यानि मेरे साथी हैं। आज मैं न केवल अपने लिए बल्कि अपने देश और जम्मू-कश्मीर के लोगों के लिए भी बेहद खुश हूं। मेरा मानना है कि इस मंच के जरिए मैं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी संस्कृति का प्रतिनिधित्व करूंगा। इस सुनहरे अवसर के लिए, मैं एकेडमी ऑफ मोशन पिक्चर आर्ट्स एंड साइंसेज और उनके गोल्ड राइजिंग प्रोग्राम का बहुत शुक्रगुज़ार हूं। मैं जम्मू-कश्मीर के लोगों के साथ अपने एक्सपीरिएंश शेयर करना चाहता हूं। और वहां के लोगों के साथ मिलकर कुछ मज़ेदार और बहतरीन करने के लिए उत्सुक हूं”।