Jammu-Kashmir Digital Education: जम्मू-कश्मीर के स्कूलों से अब जल्द ही गायब हो जाएंगे ब्लैकबोर्ड. राज्य में स्कूली शिक्षा (School Education) में बहुत बड़ा बदलाव आने वाला है. राज्य में शिक्षा के डिजिटलीकरण (Digital Education) पर खासा जोर दिया जा रहा है. कश्मीर का शिक्षा विभाग (Education Department) इस दिशा में बड़े कदम उठा रहा है. ऐजुकेशन डिपार्टमेंट ने राज्य के सभी प्राथमिक स्कूलों (Primary School) से आन वाले 3-4 महीनों में बलैक बोर्ड हटाने का फैसला किया है. इसके बाद प्रदेश के शिक्षकों को आने वाले वक्त में टैब (Smart Tablets) की मदद से पढ़ाने के निर्देश दिए हैं.
टैब के जरिए पढ़ाएंगे शिक्षक
जम्मू-कश्मीर के समग्र शिक्षा विभाग ने शिक्षा के डिजीटलीकरण (Digitalisation of Education in J&K) को ध्यान में रखते हुए बड़ा कदम उठाया. विभाग ने प्रदेश के तकरीबन 40 हजार प्राथमिक शिक्षकों (Primary School Teachers) को एक-एक टैब मुहैया कराने का फैसला किया है. इसको जल्द से जल्द पूरा करने के लिए विभाग ने टेंडर (Tender Notice) प्रक्रिया भी शुरू कर दी है. वहीं, समग्र शिक्षा विभाग से मिली एक जानकारी के मुताबिक, डिजीटलीकरण के पहले चरण में लगभग 40 हजार शिक्षकों को टैबलेट (40 Thousand Tablets) मुहैया कराए जाएंगे. बाद में बाकि के दूसरे शिक्षकों को भी ये सुविधा दी जाएगी.
शिक्षाविदों ने की तारीफ
शिक्षा विभाग का उद्देश्य राज्य में धीरे-धीरे शिक्षा को पूरी तरह से डिजिटलाइज करना है. विभाग के अनुसार इससे न केवल वक्त और पैसे की बचत होगी बल्कि राज्या के शिक्षकों और बच्चों का भी तकनीकि कौशल विकास हो सकेगा. इसपर प्रदेश के बहुत से शिक्षाविदों (Education Experts Apploud this Step) ने भी सरकार के इस कदम की तारीफ करने में कोई कंजूसी नहीं की. शिक्षाविदों ने तारीफ करते हुए कहा कि आज के दौर में डिजीटलीकरण और तकनीकि को दरकिनार नहीं किया जा सकता. आज देश में डिजिटल शिक्षा का होना बेहद जरूरी हो गया है.
छात्रों को मिलेगा लाभ
आपको बता दें कि शिक्षाविदों ने शिक्षा के डिजीटलाइजेशन की तारीफ करते हुए कहा कि, सरकार के इस कदम से छात्रों (Student of J&K) को बहुत ज्यादा मदद मिलेगी. जिसके जरिए छात्रों और शिक्षकों में तकनीकि ज्ञान (Technical Knowledge) और जागरूकता पैदा होगी. वहीं, समग्र शिक्षा विभाग में प्रोजेक्ट डायरेक्टर दीप राज (Deep Raj) ने विभाग के टैबलेट को लेकर उठाए गए कदम की पुष्टि की है. उन्होंने बताया कि डिपार्मेंट की तरफ से टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. आने वाले 3-4 महीनों में शिक्षकों को टैब मुहैया करवा दी जाएंगी, ताकि छात्रों तक जल्द से जल्द डिजीटल शिक्षा पहुंच सके.